नागदाPublished: Feb 12, 2018 12:08:21 am
Lalit Saxena
यूरोप में जाकर करेंगे फिल्म की शूटिंग
The art of mill workers of Nagda will be seen on the screen
रवींद्रसिंह रघुवंशी
नागदा. प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। इसे चरितार्थ कर दिखाया है शहर के एक युवा ने। उज्जैन जिले के सबसे बड़े कस्बे व औद्योगिक शहर नागदा की मलीन बस्ती आजादपुरा की तंग गलियों में पलने वाले वाले एक मिल मजदूर ने जीवन में कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन उसकी कला बड़े परदे पर दिखेगी। कल तक ग्रेसिम में मजदूरी कर परिवार पालने वाले विजय को सात समुंदर पार यूरोप में शूट हो रही डरावनी फिल्म ‘मुश्किलÓ के लिए आर्ट कलाकार के रूप में कार्य करने का मौका मिला है। वे फिल्म के लिए सेट का निर्माण करेंगे। ग्रीस में शूटिंग के लिए विजय 23 फरवरी को उड़ान भरेगा।
मां बोली बेटे पर अभिमान-विजय की मां लक्ष्मीबाई वृद्ध हो चुकी हैं। वह नागदा में ही रहती है। बेटे की उपलब्धि पर मां को अभिमान है। लक्ष्मीबाई बोली विजय बचपन से ही पेंटिंग का कार्य किया करता था। बाद में वह मजदूरी के लिए मिल में कार्य करने लगा। आज मुझे उस पर गर्व है।
तंगी में बीता बचपन
विजय श्रीवास्तव (४६) तीन वर्ष पूर्व तक ग्रेसिम में मजदूर था। पिता नारयणप्रसाद का १८ वर्ष पूर्व निधन हो गया था। वे ड्राइवर थे। उस समय विजय की उम्र २८ वर्ष का था। मां लक्ष्मीबाई ने नर्स की नौकरी से परिवार को पाला। बचपन से ही विजय को कला के प्रति पे्रम था, लेकिन परिवार की तंगहाली ने उसे मिल में पेंटिंग का कार्य करने के लिए विवश किया। कला का उसे इतना जुनून था कि मिल की नौकरी के साथ अन्य गतिविधियों में भाग लिया करता था। आखिर एक दिन वह मायानगरी मुंबई के लिए निकला तो कुछ कलाकारों ने उसकी कला को पहचाना।
दो फिल्म में दिखा चुका है अपनी कला
फिल्म ओ माय गणेशा व चोर बाजारी में शोहरत हासिल कर चुके डायरेक्टर राजीव रूइया व फि ल्म अभिनेता राजेश दुग्गड़ ने विजय की कला को आगे बढ़ाया। विजय अभी मां से मिलने नागदा आया है। उसने बताया वह 23 को यूरोप जाने के लिए उड़ान भरेगा। विजय ने बताया ‘मुश्किलÓ डरावनी फि ल्म है। अभिनेता रजनीश दुग्गड़ है। एक माह तक ग्रीस व आसपास के इलाकों की शूटिंग होगी।