script‘कृष्णÓ के नाम पर बनी बस्ती में नौनिहालों पर मंडरा रहा कौन सा खतरा | What danger hovers over the naval ghats in the township named after Kr | Patrika News

‘कृष्णÓ के नाम पर बनी बस्ती में नौनिहालों पर मंडरा रहा कौन सा खतरा

locationनागदाPublished: Aug 04, 2019 01:30:06 am

Submitted by:

Ashish Sikarwar

चेतनपुरा स्थित ‘कृष्णÓ बस्ती के नौनिहालों पर हमेशा खतरा मंडरा रहा है। उक्त बच्चे कृष्ण शासकीय प्रावि में अध्ययनरत हैं और यहां के भवन की छत बारिश के चलते टपक रही है।

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चेतनपुरा स्थित ‘कृष्णÓ बस्ती के नौनिहालों पर हमेशा खतरा मंडरा रहा है। उक्त बच्चे कृष्ण शासकीय प्रावि में अध्ययनरत हैं और यहां के भवन की छत बारिश के चलते टपक रही है।

नागदा. चेतनपुरा स्थित ‘कृष्णÓ बस्ती के नौनिहालों पर भविष्य गढऩे के दौरान हमेशा खतरा मंडरा रहा है। उक्त बच्चे कृष्ण शासकीय प्रावि में अध्ययनरत हैं और यहां के भवन की छत बारिश के चलते टपक रही है। साथ ही दीवारों में दरारें पड़ गई हैं। परेशानी यही समाप्त नहीं होती। सबसे अधिक खतरा पास मौजूद 70 साल पुराने जर्जर भवन से है। भवन किसी भी समय गिर सकता है। स्कूल प्रभारी ने कई बार नपा व बीआरसी कार्यालय में लिखित आवेदन देकर भवन गिराए जाने की मांग की, लेकिन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझा।
टपकती छत के नीचे पढ़ाती शिक्षिका
स्कूल में कक्षा एक से पांच तक छह दर्जन से अधिक बच्चे अध्ययन करते हैं। पांच शिक्षकों द्वारा बच्चों को पढ़ाया जाता है। तेज बारिश के दिनों में हालात यह हो जाते हैं कि शिक्षकों को सभी कक्षाओं के बच्चों को एक साथ बैठाकर पढ़ाई करवाना पड़ता है।
बच्चों के लिए पेयजल उपलब्ध नहीं
किसी भी स्थान की बुनियादी आवश्यकता कहा जाने वाला पेयजल भी स्कूल परिसर से नदारद है। विकासखंड नागदा-खाचरौद के सभी स्कूलों में पेयजल के लिए हैंडपंप की व्यवस्था है, लेकिन कृष्णपुरा के बच्चों के लिए एक पेयजल टंकी रखी गई है। टंकी उचित समय पर सफाई नहीं की जाती।
शौचालयों ने तोड़ा दम
बच्चों व शिक्षकों की सुविधा के लिए स्कूल में शौचायल मौजूद नहीं है। 2018 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए स्कूल परिसर में शौचालय निर्माण करवाया गया, लेकिन वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। करीब 8 माह से कम समय में ही दम तोड़ दिया। बच्चे घर लौटने पर ही शौचालय जा पाते हैं। यदि आवश्यकता होता है कि शिक्षक बच्चों को मध्याह्न भोजन के समय शौच के लिए अतिरिक्त समय मुहैया करा देते हैं।
मध्याह्न भोजन में परोसी गई पानी वाली पतली दाल
स्कूल में मध्याह्न भोजन सप्लाय किए जाने का कार्य कुमकुम स्वसेवा समूह द्वारा किया जाता है। उपस्थित बच्चों ने बताया कि समय पर भोजन नहीं पहुंचता। आप भोजन को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि इसकी गुणवत्ता किस प्रकार की है। स्कूल शिक्षकों द्वारा समूह संचालक को कई बार शिकायत की गई लेकिन लापरवाही आज भी जारी है।
स्कूल के समीप मौजूद जर्जर हो चुके 70 साल पुराने भवन को हटाए जाने के लिए कई प्रकार नपा कार्यालय व बीआरसी में आवेदन दिया है। भवन पीडब्लूडी के अधिकार क्षेत्र में आने के चलते नपा द्वारा नहीं गिराया जा रहा है। शनिवार को सीएमओ सतीश मटसेनिया ने निरीक्षण किया है। उन्हें परेशानियां बताई हैं।
शशिकांत जायसवाल, प्रभारी, शा. प्रावि कृष्णपुरा
शनिवार को चेतनपुरा स्थित शासकीय प्रावि कृष्णपुरा स्कूल का निरीक्षण किया। मौजूदा शिक्षकों ने भवन व अन्य प्रकार की परेशानियों से अवगत कराया है। समीप मौजूद भवन की जानकारी निकालकर परेशानी का निराकरण किया जाएगा।
सतीश मटसेनिया, सीएमओ, नगर पालिका
मामले को लेकर पूर्व में आवेदन प्राप्त हुआ है। नागदा एसडीएम आरपी वर्मा से चर्चाकर जर्जर हो चुके भवन को गिराए जाने के लिए दिशा निर्देश मांगे गए हैं। जल्द ही भवन को गिरा दिया जाएगा।
प्रणव कुमार, बीआरसी

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