जानकारी के अनुसार छोटेडोंगर में 33 केव्ही सबस्टेशन की स्थापना के बाद दुरस्थ अचंल के गावों तक विद्युत पहुंचाने के लिए विद्युत लाईन विस्तार का कार्य चल रहा था। जिसमें 6 सितम्बर 2016 को बडगांव के पास करीब 25 मजदूर इसमें थे। इस विद्युत लाइन का विस्तार कार्य शुरू करने के पूर्व राधेश्याम कचलाम एंव मनोज पटेल ने सब स्टेशन में पहुचकर लाइन विस्तार का कार्य चालू होने के कारण विद्युत प्रवाह शुरू नहीं करने की सूचना तापस नाथ को दी थी।
लेकिन 6 सितम्बर 2016 की दोपहर करीब 3.30 बजे सब स्टेशन में मौजूद तापस नाथ ने विद्युत प्रवास अचानक शुरू कर दिया था। इसके बाद अचानक विद्युत प्रवास शुरू होने के कारण करंट की चपेट में आने से दशरथ नाग पिता दयाल सिंग उम्र 22 एंव बिदेश यादव पिता सुकु उम्र 22 निवासी बडगांव गंभीर रूप से झुलस कर करीब 30 फिट नीचे गिर गए थे। इसके बाद दोनों का इलाज छोटेडोंगर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में करने के बाद जिला अस्पताल में लाकर भर्ती किया गया था। लेकिन गंभीर रूप से झुलसे बिदेश यादव की हालत देख उसको बेहतर उपचार के लिए रायपुर रिफर किया गया था। जिसने रास्ते में दम तोड दिया था।
इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए विद्युत विभाग के अधिकारियों ने मृत युवक बिदेश के परिजनों को मुआवजा राशि प्रदान करने का आश्वासन दिया था। इसके चलते मृत युवक की बहन आनंददई यादव, जीजा तुलसी राम यादव एंव भांचा मोहर सिंग यादव ने मृत्यु प्रमाणपत्र, पीएम रिपोर्ट, घटना की एफआईआर कॉपी सहित सभी जरूरी दस्तावेज बनाकर विद्युत विभाग के कार्यालय जाकर जमा कर दिए। इसके बावजूद विद्युत विभाग के अधिकारी दस्तावेज में कमी होने की बात कहते हुए मुआवजा राशि प्रदान करने के लिए अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। इसके कारण मृत के परिजनों को मुआवजा राशि के लिए करीब 15 महीनों से कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर होना पड रहा है। इसके बावजूद इस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।
असिस्टेंट इंजीनियर डीआर उर्वशा ने बताया कि मृतक युवक के परिजनों को बिंजली बोर्ड की और से 2 लाख रूपए की मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए परिजनों को मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य जरूयरी दस्तावेज जमा करने की समझाईश दी गई है। इन दस्तावेजों के जमा होते ही तत्काल परिजनों को मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी।