सेहत डांवाडोल
एक जानकारी के अनुसार एक मॉसकिटो क्वाइल जलाने पर करीब दो पैकेट सिगरेट के बराबर धुआं निकलता है। अक्सर देखा गया है कि मच्छर से बचने के लिए व्यक्ति रात में सोने से पहले क्वाइल जला लेता है। इस प्रकार जाने-अनजाने मेंं प्रतिदिन इसका धुआं अपने फेंफड़े में भर रहे हैं। इस तरह क्वाइल से सेहत भी डांवाडोल हो रही है।
नियम की अनदेखी
***** सेल व्यापारी रमेश आहुजा ने बताया कि मॉसकिटो क्वाइल के डिब्बे में स्पष्ट दिशा-निर्देश दिया रहता है। सोने के करीब आधा घंटा पहले मॉसकिटो क्वाइल जलाकर कमरे को बंद करना चाहिए। इसके बाद खिड़की-दरवाजों को कम से कम 15 मिनट खोल देना चाहिए, लेकिन इस विधि का 90 प्रतिशत लोग उपयोग नहीं करते। उधर, नगर निगम प्रशासन की ओर से भी मच्छर के उन्मूलन के लिए फागिंग मशीन का उपयोग नहीं किया जा रहा। पार्षदों का कहना है कि इस एवज में लाखों रुपए का बजट रखा जाता है।