जिले में 32 गैस एजेंसी संचालित हैं, जिनसे करीब 4.50 लाख घरेलू गैस कनेक्शन दिए गए हैं। जिले में कुछ उपभोक्ताओं को छोडकऱ बाकी सभी को सब्सिडी मिल रही है। यह है नियम
नियमानुसार सिलेंडर डिलिवरी के 48 घंटे के बाद एजेंसी से सब्सिडी की राशि उपभोक्ता के खाते में ट्रांसफर होना चाहिए। परन्तु ऐसा नहीं हो रहा है। ऐसे जांचें सब्सिडी गैस एंजेसी से मिली जानकारी के अनुसार ऑनलाइन सब्सिडी स्टेट्स रिपोर्ट चेक करने के लिए डब्ल्यूडब्ल्यूडॉट माई एलपीजी डॉट इन पर लॉग इन करें। जिस गैस कंपनी के आप उपभोक्ता हैं, उस पर क्लिक करें। कस्टमर केयर सिस्टम पेज खुलेगा। यहां पर आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और एलपीजी आईडी से जुड़े डिटेल्स फीड करना होगा। इसके बाद सब्सिडी सहित अन्य जानकारी सामने आ जाएगी।
यहां करें शिकायत सब्सिडी बैंक के बजाए किसी और के खाते में जा रही है तो ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं। एलपीजी गैस वितरक सेंटर जाकर पुष्टि कर सकते हैं कि खाता बैंक से लिंक है या नहीं। पेट्रोलियम मंत्रालय के टोल फ्री नंबर 180023333555 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
उपभोक्ता लिखित आवेदन दें शिकायत है तो लोग उपभोक्ता क्रमांक सहित आवेदन दें ताकि जांच कर बता सकूं। कुछ खाते अपूर्ण या बंद होंगे, इस वजह से उनमें सब्सिडी नहीं जा सकती। -अनुराग सिंह भदौरिया, नियंत्रक, खाद्य विभाग
दो बार दस्तावेज दिए पर नहीं आई सब्सिडी उपभोक्ता अनिल शर्मा ने बताया कि सालभर पहले एजेंसी व बैंक दोनों जगह आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बावजूद महीनों से सब्सिडी की राशि खाते में नहीं आ रही है। गैस एजेंसी सब सही बताकर पल्ला झाड़ रही है।
संतोषजनक जवाब नहीं मिलता उपभोक्ता दिव्या साहू ने बताया कि पिछले पांच महीने से गैस सिलेंडर की सब्सिडी (Gas Subsidy) राशि खाते में नहीं आई है। गैस एजेंसी व बैंक से जानकारी मांगने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता।