माओवादियों ने बुधवार की रात गांव में बन रहे उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय के अध्यापन कक्ष लागत 39 लाख, ब्लॉक लर्निग सेंटर 1- 40 लाख 75 हजार, ब्लॉक लर्निंग सेंटर 2- 13 लाख 93 हजार, ट्राजिस्ट हास्टल 1 करोड़ 13 लाख 74 हजार, पंचायत भवन 13 लाख 75 हजार, उपस्वास्थ्य केन्द्र भवन 22 लाख 81 हजार को ढहा दिया। कुल 2 करोड़ 43 लाख 98 हजार रुपए के निर्माणाधिन कार्यो को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। सुबह 3 बजे तक इन भवनों को ढहाते रहे।
अबूझमाड़ के कोहकामेटा में कलक्टर टोपेश्वर वर्मा, एसपी संतोष सिंह, डीएफओ स्टायलो मण्डावी सहित प्रशासनिक अमला 7 सितम्बर को कोहकामेटा गांव पहुंचा था। कलक्टर व एसपी ने कोहकामेटा गांव में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर ठेकेदार सहित अधिकारियों को निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए थे। गांव में पुलिस व प्रशासनिक अमले का पहुंचना माओवादियों को नागवार गुजरा। कैम्प खोले जाने को लेकर उन्होंने घटना को अंजाम दिया।
फोर्स की आमद की खबर के बाद माओवादियों ने 2006-07 में अबूझमाड़ सहित जिले के दूरस्थ क्षेत्रों के शासकिय भवनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इसमें स्वास्थ्य केन्द्र भवन, स्कूल, आश्रम-छात्रावास, पंचायत भवन सहित अन्य शासकिय भवन शामिल थे। माओवादियों ने इसके बाद जिले में निर्माणाधिन किसी भी शासकिय भवन को क्षति नहीं पहुंचाई। 10 साल बाद फिर से माओवादियों ने निर्माणाधिन शासकिय भवनो को ढहाने का कृत्य किया है।
राष्ट्रपति की मजबूरी के बाद राज्य शासन ने अबूझमाड़ में 2 अतिरिक्त ब्लॉक छोटेडोंगर व कोहकामेटा बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद से कोहकामेटा में करोड़ों रूपयों की लागत से स्वास्थ्य कर्मचरी आवास उन्नयन, आंगनबाडी भवन, शिक्षक आवास, कोहकामेटा हाईस्कूल भवन, पंचायत भवन, ट्राजिस्ट हास्टल, ब्लॉक लर्निग सेंटर भाग 1 व 2, उमावि अध्यापक कक्ष व अन्य निर्माण चल रहे थे।