अबूझमाड़ देर से ही सही विकास की तरफ बढ़ने का प्रयास कर रहा है।नक्सलवाद प्रभावित अबूझमाड़ सहित दूर दराज के इलाकों में मिनी थिएटर कम डेवलपमेंट सेंटर का निर्माण हो रहा है। वहीं स्थानीय आम जनता के लिए आधुनिक व्यायाम शाला खोलने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
अबूझमाड़ के लोगों के लिए लिए स्थानीय युवाओं ने सरकारी कर्ज लेकर फोटो स्टूडियो के साथ फोटोकापी सेंटर भी खोला है। धुर नक्सल प्रभावित एवं चारों ओर से घने जंगलों, नदी-नालों और पहाड़ों से घिरे जिले के विकासखण्ड ओरछा मुख्यालय में धीरे-धीरे सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया हो रही हैं।
अभी हालही में कुमारी किरता पहला मेडिकल स्टोर खोलकर अबूझमाड़ को चर्चा में ले आयीं थी। वहीं कुछ युवाओं ने मिलकर इलाके में ओरछा मार्ट नाम से आधुनिक दुकान भी खोला है इसके अलावा यहाँ और कई दुकाने धीरे-धीरे खुल रही हैं।
एक वक़्त ऐसा भी था जब यहाँ के लोगों को खरीदारी करने के लिए साप्ताहिक बाजार लगने का इन्तजार करना पड़ता था लेकिन अब लगभग सभी जरुरी सामान हर समय उपलब्ध है। सड़को और पुल आदि का भी जिससे जल्द ही यहाँ के लोगों के लिए यात्रा करना आसान हो जाएगा।इंटरनेट भी धीरे धीरे अपने पावं पसार रहा है जिससे यहाँ के लोग देश दुनिया से जुड़ पा रहे हैं। नक्सली हिंसा पीड़ित बच्चों के लिए पोटाकेबिन आवासीय विद्यालय संचालित हैं, जिसमें लगभग 650 बच्चे रहकर पढ़ाई करते हैं।
बच्चियों के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चल रहा है। अंग्रेजी मीडियम में शिक्षा के लिए मुख्यमंत्री डीएव्ही पब्लिक स्कूल भी चल रहा है और यहाँ के बच्चे पढ़ाई के साथ खेल गतिविधियों में भी अबूझमाड़ का नाम रोशन कर रहे हैं।
पोटाकेबिन के छात्र छात्राओं ने मलखंब में देश की राजधानी सहित विभिन्न प्रदेशों में अच्छा प्रदर्शन किया है यही नहीं अंडर 14 और अंडर 17 फुटबॉल में भी दो बच्चों का चयन हुआ है ।