निर्माण में पुलिस व प्रशासन ने झोंक दी पूरी ताकत
जानकारी के अनुसार माओवादियों के पूर्व बस्तर डिविजन क्षेत्र के बारसुर से धौडाई तक सडक निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए तीन जिलों की पुलिस व प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
जानकारी के अनुसार माओवादियों के पूर्व बस्तर डिविजन क्षेत्र के बारसुर से धौडाई तक सडक निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए तीन जिलों की पुलिस व प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
नक्सलियों का पैर उखडऩा हुआ शुरू
इस सडक निर्माण कार्य को सुरक्षा के साये में पूरा करने के लिए कोण्डागांव पुलिस ने हड़ेली एंव नारायणपुर पुलिस ने कडेनार गांव में पुलिस बैस कैम्प का संचालन शुरू कर दिया है। इस बैस कैम्प के संचालन शुरू होने के कारण पूर्व बस्तर डिविजन क्षेत्र में माओवादियों के पैर उखडना शुरू हो गया है। जिसके कारण माओवादी बौखला गए है। इस बौखलाहट का घूस्सा माओवादी निदोष ग्रामीणों पर उतारने लगे है। जिसका उदाहरण बुधवार को कड़ेनार गांव में देखने को मिला।
इस सडक निर्माण कार्य को सुरक्षा के साये में पूरा करने के लिए कोण्डागांव पुलिस ने हड़ेली एंव नारायणपुर पुलिस ने कडेनार गांव में पुलिस बैस कैम्प का संचालन शुरू कर दिया है। इस बैस कैम्प के संचालन शुरू होने के कारण पूर्व बस्तर डिविजन क्षेत्र में माओवादियों के पैर उखडना शुरू हो गया है। जिसके कारण माओवादी बौखला गए है। इस बौखलाहट का घूस्सा माओवादी निदोष ग्रामीणों पर उतारने लगे है। जिसका उदाहरण बुधवार को कड़ेनार गांव में देखने को मिला।
रस्सी से गला घोंटकर उतारा मौत के घाट
कडेनार गांव के मुण्डापारा में निवासरत लिबरू नेताम पिता संतु उम्र 50 के घर में बुधवार की रात करीब 9 बजे 10-12 हथियार बंद माओवादियों ने दस्तक देकर सोए हुए लिबरू को उठाकर अपने साथ ले गए। इसके बाद माओवादियों ने लिबरू को घर से 100 मीटर दूरी ले जाकर पुलिस मुखबिर का आरोप लगाते हुए रस्सी से गला घोटकर मौत के घाट उतारकर शव फेंककर अपने गंतव्य की और रवाना हुए। इसके बाद परिजनों ने गुरूवार की सुबह करीब 11 बजे मृत ग्रामीण के शव को छोटेडोंगर थाने में लाकर घटना के बारे में आपबीती पुलिस को बताई। जिस पर छोटेडोंगर पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए शव को पोटमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।
कडेनार गांव के मुण्डापारा में निवासरत लिबरू नेताम पिता संतु उम्र 50 के घर में बुधवार की रात करीब 9 बजे 10-12 हथियार बंद माओवादियों ने दस्तक देकर सोए हुए लिबरू को उठाकर अपने साथ ले गए। इसके बाद माओवादियों ने लिबरू को घर से 100 मीटर दूरी ले जाकर पुलिस मुखबिर का आरोप लगाते हुए रस्सी से गला घोटकर मौत के घाट उतारकर शव फेंककर अपने गंतव्य की और रवाना हुए। इसके बाद परिजनों ने गुरूवार की सुबह करीब 11 बजे मृत ग्रामीण के शव को छोटेडोंगर थाने में लाकर घटना के बारे में आपबीती पुलिस को बताई। जिस पर छोटेडोंगर पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए शव को पोटमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है।