समितियों के अधिकांश केंद्रों पर सन्नाटे के हालात
खरीदी केंद्रों में फैली अव्यवस्था, बदइंतजामी और सुविधाओं की कमी के चलते अधिकांश पर सन्नाटे के हालात बने हुए हैं। समितियां गेहूं की किसानों से खरीदी ही नहीं कर पा रही हैं। क्योंकि व्यापारी ही ज्यादा रेट देकर किसानों को अपनी ओर खींच ले रहे। इस बार गेहूं की सरकारी खरीदी असफल होने की संभावनाएं बढ़ती जा रही है। प्रशासन एवं सहकारिता विभाग, कृषि विभाग, विपणन संघ आदि खरीदी से जुड़ी एजेंसियां किसानों को समर्थन मूल्य पर अधिकाधिक गेहूं बेचने के लिए प्रोत्साहित ही नहीं कर पा रही है।
इनका कहना है...
शासन के निर्देशानुसार रबी विपणन मौसम वर्ष 2022-23 में जिले में ई-उपार्जन पोर्टल के जरिए पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी कार्य जारी है। कुल 202 केंद्रों पर 43 हजार 905 किसानों ने अपने स्लॉट बुक कराए हैं, जिनमें से 5633 किसानों ने 5 लाख 80 हजार 872 क्विंटल गेहूं की खरीदी हो चुकी है। खरीदी में तेजी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
-भारती मेरावी, डिप्टी कलेक्टर एवं खरीदी नोडल अधिकारी नर्मदापुरम।
खरीदी केंद्रों में फैली अव्यवस्था, बदइंतजामी और सुविधाओं की कमी के चलते अधिकांश पर सन्नाटे के हालात बने हुए हैं। समितियां गेहूं की किसानों से खरीदी ही नहीं कर पा रही हैं। क्योंकि व्यापारी ही ज्यादा रेट देकर किसानों को अपनी ओर खींच ले रहे। इस बार गेहूं की सरकारी खरीदी असफल होने की संभावनाएं बढ़ती जा रही है। प्रशासन एवं सहकारिता विभाग, कृषि विभाग, विपणन संघ आदि खरीदी से जुड़ी एजेंसियां किसानों को समर्थन मूल्य पर अधिकाधिक गेहूं बेचने के लिए प्रोत्साहित ही नहीं कर पा रही है।
इनका कहना है...
शासन के निर्देशानुसार रबी विपणन मौसम वर्ष 2022-23 में जिले में ई-उपार्जन पोर्टल के जरिए पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी कार्य जारी है। कुल 202 केंद्रों पर 43 हजार 905 किसानों ने अपने स्लॉट बुक कराए हैं, जिनमें से 5633 किसानों ने 5 लाख 80 हजार 872 क्विंटल गेहूं की खरीदी हो चुकी है। खरीदी में तेजी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
-भारती मेरावी, डिप्टी कलेक्टर एवं खरीदी नोडल अधिकारी नर्मदापुरम।