लगातार हो रही बारिश से नर्मदापुरम बायपास से पिपरिया जाने में जगह-जगह डामर बह गया है। बड़े-बड़े गड्ढ़े हो गए हैं। जिसकी वजह से वाहन चालक और राहगीर परेशान हो रहे हैं। उल्लेखनीय है कि नर्मदापुरम शहर में यातायात का दबाव कम करने के लिए बॉयपास रोड बनाया गया था। बैतूल, नागपुर से नर्मदापुरम होते हुए पिपरिया, पचमढ़ी, जबलपुर आने-जाने वालों के लिए यह बायपास रोड शहर के बाहर से आने-जाने का मार्ग है।
इसलिए महत्वपूर्ण है यह सड़क
पिपरिया और हिल स्टेशन पचमढ़ी आने-जाने के लिए नर्मदापुरम से दो रास्ते हैं। एक नर्मदापुरम से बाबई होते हुए पिपरिया और दूसरा पवारखेड़ा बॉयपास से बाबई होते हुए पिपरिया पहुंच मार्ग है। दोनों ही रास्ते वर्तमान में सिंगल लेन है। यह सडक़ पचमढ़ी, भोपाल, सागर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, नागपुर बड़े शहरों को नर्मदापुरम से जोड़ता है।
18 महीने में होगा निर्माण
नर्मदापुरम-पिपरिया बायपास रोड का निर्माण कार्य 18 माह में होगा। इसके अलावा 60 महीने रखरखाव की अवधि तय की गई है। निर्माण के बाद सड़क में आने वाली किसी भी तरह की गड़बड़ी व मरम्मत की दरकार होने पर ठेका कंपनी काम करके देगी। इसके बाद लोगों को सुविधा होगी।
रसूलिया ब्रिज की सर्विस रोड नहीं बनने से लोग परेशान
राजधानी भोपाल से नर्मदापुरम होते हुए इटारसी, बैतूल को जोडऩे वाले रसूलिया ब्रिज पर गर्डर डाले जा रहे हैं। ब्रिज के रसूलिया क्षेत्र की सर्विस रोड का काम अटका हुआ है। सड़क से डामर बह गया है और बड़े-बड़े गड्ढ़े हो गए हैं। जिसकी वजह से लोग परेशान हैं। तीन टांगों वाले ब्रिज पर 25 स्लैब हैं। जिनमें से 22 डाले जा चुके हैं। ब्रिज के रसूलिया फाटक के पास ट्रैक के ऊपर गर्डर रेलवे को डालना है। इसके अलावा बचे हुए तीन स्लैब ठेका कंपनी डालेगी। इटारसी और हरदा तरफ की सर्विस रोड बन चुकी है। नर्मदापुरम की एप्रोच रोड का काम बाकी है। नर्मदापुरम रसूलिया रेलवे ब्रिज की लंबाई 1100 मीटर है। तीन दिशाओं में आने-जाने के लिए ब्रिज बनाया जा रहा है। ब्रिज की चौड़ाई 8.4 मीटर है। ब्रिज के निर्माण पर 23 करोड़ 23 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
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बायपास रोड का निर्माण किया जाएगा
मप्र सड़क विकास निगम ने नर्मदापुरम बायपास रोड का निर्माण करने के लिए टेंडर जारी किया गया है। सड़क का निर्माण 220.39 करोड़ रुपए से होना है। इससे सुविधा होगी।
प्रवीण निमजे, संभागीय प्रबंधक, एमपीआरडीसी