जानकारी के अनुसार इन छात्रों को हर विषय में कुल 30 अंकों की प्रायोगिक परीक्षा होने के से कम 15 दिन प्रैक्टिकल, सीसीई जारी होगी। संभवत: मई में प्रथम अलग से पूरा शेड्यूल लागू कारण कॉलेज जाना ही होगा। कम व वायवा चलेंगे। एक विकल्प सीसीई न देने वाले विद्यार्थियों को दिया गया है। इसके तहत विद्यार्थी को स्वयं पोर्टल पर अपने विषय चुनकर ऑनलाइन टेस्ट देना होगा। उस टेस्ट में ऑनलाइन ही नंबर अलॉट होंगे ये प्रैक्टिकल के अंक माने जाएंगे है।
आपको बतादें कि वर्तमान में द्वितीय और तृतीय कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि वर्तमान में द्वितीय व तृतीय वर्ष की वार्षिक परीक्षा चल रही है। इसके खत्म होने के बाद बीकॉम व बीए प्रथम वर्ष का शेड्यूल जारी किया जाएगा। संभावना है कि मई में प्रथम वर्ष की वार्षिक परीक्षा होगी।
इस तरह होगा अंकों का विभाजन
सैद्धांतिक परीक्षा में 70 अंक का पेपर होगा पास होने के लिए न्यूनतम 23 अंक लाना जरूरी होंगे। यह परीक्षा विवि द्वारा आयोजित की जाएगी। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न, लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न शामिल होंगे। आंतरिक मूल्यांकन 30 अंकों का होगा इसमें 10 अंक लाना अनिवार्य होगा। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद पहली बार होने वाली यूजी की परंपरागत कोर्स की परीक्षा में मूल्यांकन का नया सिस्टम लागू किया है।
बीकॉम, बीए और बीएससी प्रथम वर्ष की
परीक्षा में मूल विषयों में पाठ्यक्रम पेपर 80 की जगह 70 अंक का होगा, जबकि आंतरिक मूल्यांकन 20 की जगह 30 अंकों के होंगे। परीक्षा समय तीन घंटे का रहेगा।
इनका कहना है
प्रथम की परीक्षाएं इस बार नवीन शिक्षा नीति के तहत ही आयोजित की जाएंगी। इसके लिए स्वाध्यायी परीक्षार्थियों के लिए भी नियमों में संशोधन किया गया है।
-डॉ. अरुण सिकरवार, परीक्षा प्रभारी, होमसाइंस कॉलेज
