होशंगाबाद

कोरोना की दहशत: बेटे की लाश हाथ ठेले पर लेकर जाना पड़ी पिता को

जवान बेटे की मौत से मोहल्ले में दहशत, शव यात्रा में नहीं आए लोग

होशंगाबादMar 28, 2020 / 09:26 pm

बृजेश चौकसे

कोरोना की दहशत: बेटे की लाश हाथ ठेले पर लेकर जाना पड़ी पिता को,कोरोना की दहशत: बेटे की लाश हाथ ठेले पर लेकर जाना पड़ी पिता को

पिपरिया। कोरोना वायरस अब खौफ का कारण भी बन गया है। यही वजह है कि लॉक डाउन के दौरान एक युवक की मौत होने पर उसकी मदद के लिए भी कोई नहीं आया। उसके पिता को हाथ ठेले पर लाश को लेकर जाना पड़ा। डर के कारण उसकी शव यात्रा में भी लोग नहीं जुटे। परिवार के चार-पांच लोग ही अंतिम संस्कार में शामिल हुए। जबकि डाक्टरों ने युवक की मौत को अटैक से होना बताया था, उसमें कोरोना के न तो कोई लक्ष्ण थे और न ही वह विदेश से आया था। वह एक मजदूर था और रात में खाना खाकर सोया था, इसके बाद नहीं उठा।
खबर फैलते ही सनसनी फैली
कोरोना वायरस की दहशत इस कदर की अब सामान्य मौत पर भी आस-पड़ोस में दहशत फैल जाती है। शनिवार को ऐसा ही पिपरिया में हुआ। एक युवक की मौत होने पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। परिजनों को उसकी मौत हुई यह जानने के लिए लाश हाथ ठेले से अस्पताल ले जाना पड़ी, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद कहा कि उसकी सामान्य मौत है। इसके बाद भी शव यात्रा में परिवार के चार-पांच लोग ही पहुंचे। शहर में शव वाहन नहीं होने के कारण अस्पताल से भी लाश ठेले पर ही रखकर घर लाना पड़ी।
खाना खाकर सोया था युवक
जानकारी के अनुसार जयप्रकाश वार्ड निवासी 34 वर्षीय मजदूर राजेन्द्र पिता मान सिंह कहार रात में खाना खाकर सोया था। लेकिन सुबह उठा नहीं। उसकी पहले से तबियत भी खराब नहीं थी। आस-पड़ोस वालों को पता चला तो सबने पहले अस्पताल में चेकअप कराने का कहा। इस कारण पिता उसका शव हाथ ठेले से सरकारी अस्पताल लेकर गए। जहां जांच के बाद डॉ.एससी साहू ने मृत घोषित कर दिया। डॉ. के अनुसार उसकी सामान्य मौत हुई है। उसे पैरलाइसिस फालिस अटैक आया था। इसके बाद हाथ ठेले से ही शव घर लाया गया। उसकी शव यात्रा में दहशत के कारण लोग शामिल नहीं हुए। वार्ड के पूर्व पार्षद राकेश पगारे ने बताया कि इस घटना के बाद शहर में तनाव की स्थिति है।
नगर में नहीं शव वाहन
मानवता को शर्मशार करने वाली इस तरह की घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं। यहां मौत के बाद शव वाहन नहीं मिल पाता है। गंभीर हादसों में मृत लोगों को पुलिस किसी ऑटो या ट्रैक्टर ट्रॉली की व्यवस्था कर सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचती है। पिछले दिनों एक मानसिक कमजोर व्यक्ति की मौत होने पर उसे नगरपालिका के कचरा वाहन से पीएम के लिए पहुंचाया गया था। शव वाहन की कमी के कारण शव परिवहन के दौरान काफी शर्मनाक स्थिति बनती है।
इनका कहना है
शव वाहन क्रय करने का प्रस्ताव लंबित है। जल्द ही प्रस्ताव पर आगे कार्रवाई कर नगर को वाहन सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
मदन सिंह रघुवंशी, प्रशासक नगरपालिका

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