सोचा... मैं मर जाऊंगा तो, बच्चों का क्या होगा?
मैं मजदूरी करता हूं। मेरी शादी को 6-7 साल हो चुके है। तीन साल से पत्नी से छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा होते रहता था। पत्नी ससुराल में रहने की जिद करती है। एक साल पहले मैं उसे मायके छोडकऱ भी आ गया था। फिर वापस ले आया। चार दिन पहले घर पर फिर झगड़ा हुआ। मैंने गुस्से में ममता के पैर में डंडा मार दिया। जिसके बाद मैंने ही उसे अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार को अस्पताल में बहस हो गई। उसने कहा तुम अपने बच्चों को ले जाओ। साले ने भी मुझसे झगड़ा किया और झापड़ मारा। मैं दुखी हो गया। दोनों बच्चें बेटा सार्थक (2) और बेटी ओमवती (4) को साथ लेकर निकल आया। पैदल-पैदल नर्मदा नदी के पुल पहुंचा। वहां से दोनों को गोद में लेकर पुल से नीचे नदी में कूद गया। पत्नी ना मुझे चाहती है और नर बच्चों को, इसलिए सोचा मैं मर जाऊंगा तो मेरे बच्चों को कौन पालेगा। परवरिश की चिंता में दोनों बच्चों को साथ लेकर नदी से कूद गया। -जैसा राजेश अहिरवार ने बताया।
मैं मजदूरी करता हूं। मेरी शादी को 6-7 साल हो चुके है। तीन साल से पत्नी से छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ा होते रहता था। पत्नी ससुराल में रहने की जिद करती है। एक साल पहले मैं उसे मायके छोडकऱ भी आ गया था। फिर वापस ले आया। चार दिन पहले घर पर फिर झगड़ा हुआ। मैंने गुस्से में ममता के पैर में डंडा मार दिया। जिसके बाद मैंने ही उसे अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार को अस्पताल में बहस हो गई। उसने कहा तुम अपने बच्चों को ले जाओ। साले ने भी मुझसे झगड़ा किया और झापड़ मारा। मैं दुखी हो गया। दोनों बच्चें बेटा सार्थक (2) और बेटी ओमवती (4) को साथ लेकर निकल आया। पैदल-पैदल नर्मदा नदी के पुल पहुंचा। वहां से दोनों को गोद में लेकर पुल से नीचे नदी में कूद गया। पत्नी ना मुझे चाहती है और नर बच्चों को, इसलिए सोचा मैं मर जाऊंगा तो मेरे बच्चों को कौन पालेगा। परवरिश की चिंता में दोनों बच्चों को साथ लेकर नदी से कूद गया। -जैसा राजेश अहिरवार ने बताया।
यह है मामला-
शुक्रवार रात करीब 8 बजे राजेश ने अपने दोनों बच्चों के साथ नर्मदा नदी में छलांग लगा दी। गोताखोरों ने पिता को तो 1 घंटे बाद ही रेस्क्यू कर लिया। लेकिन बच्चों को नहीं बचाया जा सका। रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन चला। शनिवार सुबह घटनास्थल से लगभग 1 किमी दूर ट्राइडेंट कंपनी के इंटेकवेल के समीप पहुंचे तो दोनों मासूमों के शवों को नदी से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुदनी में पीएम कराया गया। बुदनी थाना टीआई विकास खींची ने बताया कि आरोपी पिता के खिलाफ दोनों बच्चों की हत्या करने का केस दर्ज किया है। आरोपी अस्पताल में भर्ती है। ठीक होने के बाद उसे गिरफ्तार करेंगे।
शुक्रवार रात करीब 8 बजे राजेश ने अपने दोनों बच्चों के साथ नर्मदा नदी में छलांग लगा दी। गोताखोरों ने पिता को तो 1 घंटे बाद ही रेस्क्यू कर लिया। लेकिन बच्चों को नहीं बचाया जा सका। रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन चला। शनिवार सुबह घटनास्थल से लगभग 1 किमी दूर ट्राइडेंट कंपनी के इंटेकवेल के समीप पहुंचे तो दोनों मासूमों के शवों को नदी से निकालकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुदनी में पीएम कराया गया। बुदनी थाना टीआई विकास खींची ने बताया कि आरोपी पिता के खिलाफ दोनों बच्चों की हत्या करने का केस दर्ज किया है। आरोपी अस्पताल में भर्ती है। ठीक होने के बाद उसे गिरफ्तार करेंगे।