ये है किसानों की समस्याएं
भारतीय किसान संघ के संभागीय अध्यक्ष सर्वज्ञ दीवान बताते हैं कि इस बार के सीजन में किसानों को मूंग की फसल में बिजली ठीक से नहीं मिल रही है। फीडरों पर 4-5 घंटे ही मिल पा रही, उसमें भी ट्रिपिंग, ओवरलोडिंग की समस्या है। इस वजह से किसान निजी साधनों से भी पलेवा-सिंचाई नहीं कर पा रहे। जबकि शेडयूल के हिसाब से ही कम से कम 10 घंटे बिजली मिलनी चाहिए। जिले के सोहागपुर, पिपरिया, माखननगर, नर्मदापुरम, इटारसी, सिवनीमालवा सभी जगहों पर बिजली की समस्या नहीं सुधरी है। यही स्थिति नहरों को लेकर है। टैल क्षेत्रों में भी पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। राइट बैक कैनाल से जुड़ी तीनों तहसीलों में नहरें 5 अप्रेल से चालू हुई थी, लेकिन 7-8 अप्रेल तक भी पानी नहीं पहुंच पाया था। वर्तमान की स्थिति में नहरों से पानी नहीं मिलने बोवनी वाले खेत सूखे पड़े हुए हैं।
अब तक बोवनी पूरी हो जानी थी
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पटवारे के मुताबिक गर्मी की मूंग फसल 60 दिन की है। 13 अप्रेल की स्थिति में पूरे जिले में बोवनी पूरी हो जानी थी, लेकिन अभी 40-50 फीसदी रकबा खाली पड़ा हुआ है। पानी-बिजली नहीं मिलने से जिले में मूंग की बोवनी पिछड़ रही है। जिन क्षेत्रों में बोवनी हो चुकी है, उनमें सिंचाई का पानी नहीं मिलने से अंकुरण की समस्या दूर नहीं हुई है। 20 अप्रेल तक भी बोवनी कंपलीट हो जाती है तो 20 जून तक ही फसल तैयार हो पाएगी। इस बीच बारिश रूकी रही तो ठीक रहेगा वरना फसल को नुकसान होगा।
इनका कहना है....
जिले में गर्मी की तीसरी फसल मूंग की करीब 70 फीसदी बोवनी किसान कर चुके हैं, बाकी के क्षेत्र में बोवनी जारी है। किसानों ने बिजली की समस्या से अवगत कराया है, इस संबंध में बिजली कंपनी के अधिकारियों से चर्चा की गई है। जिन क्षेत्रों में नहरों से पानी नहीं मिलने की शिकायतें हैं वहां भी तवा परियोजना विभाग को सूचित किया गया है।
-जेआर हैडाऊ, उप संचालक कृषि नर्मदापुरम।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पटवारे के मुताबिक गर्मी की मूंग फसल 60 दिन की है। 13 अप्रेल की स्थिति में पूरे जिले में बोवनी पूरी हो जानी थी, लेकिन अभी 40-50 फीसदी रकबा खाली पड़ा हुआ है। पानी-बिजली नहीं मिलने से जिले में मूंग की बोवनी पिछड़ रही है। जिन क्षेत्रों में बोवनी हो चुकी है, उनमें सिंचाई का पानी नहीं मिलने से अंकुरण की समस्या दूर नहीं हुई है। 20 अप्रेल तक भी बोवनी कंपलीट हो जाती है तो 20 जून तक ही फसल तैयार हो पाएगी। इस बीच बारिश रूकी रही तो ठीक रहेगा वरना फसल को नुकसान होगा।
इनका कहना है....
जिले में गर्मी की तीसरी फसल मूंग की करीब 70 फीसदी बोवनी किसान कर चुके हैं, बाकी के क्षेत्र में बोवनी जारी है। किसानों ने बिजली की समस्या से अवगत कराया है, इस संबंध में बिजली कंपनी के अधिकारियों से चर्चा की गई है। जिन क्षेत्रों में नहरों से पानी नहीं मिलने की शिकायतें हैं वहां भी तवा परियोजना विभाग को सूचित किया गया है।
-जेआर हैडाऊ, उप संचालक कृषि नर्मदापुरम।