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पंखे बंद और आग उगल रहे कूलर तो भट्टी जैसा तप रहा वार्ड

locationनर्मदापुरमPublished: May 17, 2023 08:40:38 pm

Submitted by:

rajendra parihar

फॉल्स सीलिंग लगाने काट दी पंखों केबल, कूलर में पानी की मोटर जाम

पंखे बंद और आग उगल रहे कूलर तो भट्टी जैसा तप रहा वार्ड
पंखे बंद और आग उगल रहे कूलर तो भट्टी जैसा तप रहा वार्ड
नर्मदापुरम. गर्मी में जिले का तापमान 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है। दिन में तेज गर्मी और उमस से सभी परेशान हैं। ऐसे में जिला अस्पताल के मेटरनिटी वार्ड में प्रसूताएं और नौनिहाल की परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। दरअसल वार्ड में एक भी पंखा चालू नहीं हैं जो कूलर है उमें पानी की मोटर जाम हैं। ऐसे में कूलर चालू भी हैं तो वे गर्म हवा फेंक रहे हैं। पूरा वार्ड भट्टी जैसा तप रहा है। राहत पाने के लिए प्रसूताओं ने वार्ड की सभी खिड़कियां खोल रखी हैं। इन खिड़कियों से भी गर्म हवा ही आ रही है लेकिन मरीजों ने बताया कि हवा नहीं मिलने से तो गर्म हवा ही बेहतर है।
फॉल्स सीलिंग के काम में काट दी केबल -फोटो एचडी1842(इस तरह कटी पड़ी हैं पंखों की केबल)
पीएनसी वार्ड में फॉल्स सीलिंग का काम चल रहा है। कर्मचारियों ने वार्ड में लगे सभी पंखों की केबल काट दी है। अब वार्ड में भले ही 6 पंखे लगे हों लेकिन उनमें से एक भी चालू नहीं हैं। वार्ड में भर्ती महिलाओं ने बताया कि बीते 10 दिन से यही समस्या हैं। वार्ड में तीन कूलर हैं उनमें से एक कूलर में पानी की मोटर जाम हैं तो एक कूलर के टैंक से पानी रिस रहा है।
वार्ड में भर्ती महिलाओं ने बताई परेशानी
हम तो अपने घर से लाए पंखा-फोटो एचडी1843
माालाखेड़ी निवासी कृष्णा कहार ने बताया कि उन्हें बेटी हुई थी। कुछ परेशानी के चलते अभी डॉक्टर ने डिस्चार्ज नहीं किया। 10 दिन हो गए ऐसे ही हाल हैं। गर्मी ज्यादा होने पर घर से पंखा लेकर आना पड़ा।
दिनभर गोद में लेकर घूम रही बुआ-फोटो एचडी1844
मालाखेड़ी निवासी दीपिका कुशारिया ने 4 दिन पहले बेटे को जन्म दिया। गर्मी ज्यादा होने से बच्चा परेशान कर रहा है। उसकी बुआ सुनिता कुशरिया अब उसे दिनभर गोद में लेकर घूमती रहती है।
बार-बार कूलर के पास जाना पड़ता है-फोटो एचडी1845
पिपरिया निवासी विनिता सायलवार ने बताया कि उनकी बहू को बेटी हुई है। 5 दिन हो गए गर्मी से बच्ची परेशान करती है तो बार-बार उसे कूलर के सामने लेकर जाना पड़ता है।
्रइनका कहना है
समस्या पता चली तो इंजीनियर से चर्चा की थी। इंजीनियर ने पंखों की केबल जोडऩे की बात कही थी। यदि व्यवस्था नहीं सुधरी तो इसे चेक किया जाएगा।
डॉ. सुधीर विजयवर्गीय, सिविल सर्जन
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