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अर्धवार्षिक परीक्षा के नहीं चढ़े एक भी नंबर तो कोई 76 फीसदी अंक लाकर भी हुआ फेल

locationनर्मदापुरमPublished: May 18, 2023 09:22:32 pm

Submitted by:

rajendra parihar

5वीं-8वीं का परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद अंकसूची में सामने आ रही विसंगतियां

अर्धवार्षिक परीक्षा के नहीं चढ़े एक भी नंबर तो कोई 76 फीसदी अंक लाकर भी हुआ फेल
अर्धवार्षिक परीक्षा के नहीं चढ़े एक भी नंबर तो कोई 76 फीसदी अंक लाकर भी हुआ फेल
नर्मदापुरम. 5वीं-8वीं की वार्षिक परीक्षा परिणाम जारी हो गया है। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद अब अंकसूची में कई विसंगतियां सामने आ रहे हैं। किसी परीक्षार्थी के अर्धवार्षिक परीक्षा के अंक नहीं चढ़े तो किसी को 76 फीसदी अंक लाने के बाद भी एफ ग्रेड मिला है। अब बच्चों के पालकोंं स्कूलों में समस्या बताई तो स्कूल प्रबंधन बीआरसी सहित विभाग के अन्य अधिकारियों से अंकसूची में संशोधन की मांग कर रहे हैं।
आगे क्या होगा यह स्पष्ट नहीं
राज्य शिक्षा केन्द्र ने वार्षिक परीक्षा का परिणाम जारी तो कर दिया है लेकिन अब प्रक्रिया में आगे क्या होगा यह स्पष्ट नहीं हैं। जैसे जिले में एफ ग्रेड मिलने वाले विद्यार्थियों की दोबारा परीक्षाएं अब होंगी किस पेटर्न पर होगी इसके कोई निर्देश नहीं है। 15 जून से नया शिक्षण सत्र शुरू होगा तो एफ ग्रेड वाले बच्चों को प्रवेश मिलेगा या नहीं। एफ ग्रेड वाले बच्चों को सिर्फ संबंधित विषय की परीक्षा देना होगी या सभी विषयों की ऐसे कई सवाल बच्चों और पालकों के मन में हैं।
निजी स्कूल प्रबंधन भी कर रहे समस्या निराकरण की मांग
सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स के पदाधिकारियों ने भी इस मामले में शासन ने उचित कार्रवाई कर समस्या के निराकरण की मांग की है। सोपास के पदाधिकारियों की माने तो छात्रों का जो रिजल्ट घोषित किया गया है उसमें कहीं ना कहीं तकनीकी समस्याएं देखने को मिल रही है जिसका निराकरण किया जाए। कि किसी छात्र के अंक सभी विषयों में 90फीसदी से 95 फीसदी हैं वही उस छात्र का एक विषय विशेष में केवल 4 नंबर दर्शा रहा है जो कि कहीं से भी उचित नहीं है। कॉपियो का जो मूल्यांकन हुआ है अथवा जो ऑनलाइन अंको की प्रविष्टि हुई है उस पर विभाग को उचित कार्रवाई कर उसका निराकरण करना चाहिए। साथ ही छात्रों को ग्रेस अंक व बेस्ट ऑफ फाइव की तर्ज पर परिणाम जारी कर राहत देना चाहिए।
इस तरह के मामले आ रहे सामने
मामला 01- बालागंज स्थित आदर्श स्कूल में 8वीं की छात्रा मनीषा कुशवाहा ने परीक्षा में 600 में से 302 अंक हासिल किए हैं लेकिन इन्हें एफ ग्रेड मिला है। छात्रा की अंकसूची में अद्र्धवार्षिक परीक्षा में सभी विषयों में शून्य अंक लिखा है।
मामला 02- श्री नेशनल पब्लिक स्कूल में 5वीं के छात्र राघव परते को हिंदी विषय के प्रोजेक्ट में 20 नंबर मिले थे लेकिन अंकसूची में 2 नंबर दिखाए दे रहे हैं। इस वजह से उसे हिंदी में एफ ग्रेड मिला है।
मामला 03 - नर्मदा विद्या निकेतन में 8वीं का छात्र वेदांत बिल्लौरे ने परीक्षा में 76.5 फीसदी अंक हासिल किए हैं। गणित में भी उसे कुल 53 नंबर मिले हैं फिर भी उसे गणित विषय में एफ ग्रेड मिला है।
इनका कहना है
अभी अंकसूची में विसंगति की कोई समस्या हमारे सामने नहीं आई है। यदि समस्याएं आती है तो उन्हें राज्य शिक्षा केन्द्र के अधिकारियों के सामने रखा जाएगा। अंकसूची में संशोधन का अधिकार सिर्फ राज्य शिक्षा केन्द्र के पास है।
विनीत साहू, एपीसी
राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा जारी किए परीक्षा परिणाम में कई तरह की विसंगतियां हैं। जिससे स्कूल प्रबंधन के साथ ही बच्चे और पालक परेशान है। विभाग को इनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए।
आलोक राजपूत, जिलाध्यक्ष,सोपास
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