पहली बार दी बोर्ड परीक्षा तो 11 साल में सबसे कम रहा 12वीं का परिणाम
नर्मदापुरमPublished: May 25, 2023 09:52:31 pm
कोरोना काल के दौरान 10वीं में मिल गया था जनरल प्रमोशन, 35.51 फीसदी गिरा जिले का परिणाम


पहली बार दी बोर्ड परीक्षा तो 11 साल में सबसे कम रहा 12वीं का परिणाम
नर्मदापुरम- माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गुरुवार को कक्षा 10वीं और 12वीं की वार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया। जिले के 10वीं के परीक्षा परिणाम में 0.82 फीसदी की मामूली बढ़ोत्तरी हुई लेकिन 12वीं का वार्षिक परीक्षा परिणाम बीते 11 साल में सबसे कम रहा। इस बार 12वीं में शामिल हुए विद्यार्थियों ने पहली बार बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए थे। दरअसल जिस समय ये बच्चे 10वीं में थे उस समय कोरोना की वजह से बच्चों को जनरल प्रमोशन दिया था। वहीं दो साल स्कूल खुलने पर भी पढ़ाई प्रभावित रहीं। यही कारण है कि बीते साल के मुकाबले इस बाद 12वीं के परीक्षा परिणाम में 35.51 फीसदी की गिरावट हुई। जिले में 12वीं का परीक्षा परिणाम 40.23 फीसदी रहा जबकि 10वीं का परीक्षा परिणाम 57.81 फीसदी रहा। गुरुवार को परीक्षा परिणाम की घोषणा के बाद कुछ देर तक सर्वर डाउन रहा लेकिन दोपहर 1 बजे के बाद स्थिति सामान्य हो गई। इस दौरान स्कूलों में भी बच्चों ने पास होने की खुशी में जश्न मनाया। शहर के अधिकतर स्कूलों में परीक्षा परिणाम बेहतर ही रहा।
पहली बार प्रदेश की मेरिट में शामिल हुए 17 बच्चे
जिले में परीक्षा परिणाम भले ही संतोषजनक न हों लेकिन खास बात यह है कि पहली बार प्रदेश की मेरिट सूची में 17 विद्यार्थी शामिल हुए। इनमें 12वीं के 10 और 10वीं के 7 विद्यार्थी शामिल हैं। इस सूची में 10 बालिकाएं और 7 बालक शामिल हैं। 12वीं की मेरिट में 6 बालक और 4 बालिकाओं ने स्थान बनाया। जबकि 10वीं की परीक्षा में 6 बालिकाएं व एक बालक शामिल हो पाया।
12वीं में दो परीक्षार्थी बने स्टेट टॉपर
जिले से प्रदेश के कुल परीक्षार्थियों में से दो परीक्षार्थी स्टेट टॉपर बने। कृषि उमावि पवारखेड़ा के 12वीं के विद्यार्थी अनुज कुमार ठाकुर ने कृषि संकाय में 484 अंक लाकर प्रदेश में स्थान प्राप्त किया। वहीं सेठ गुरुप्रसाद स्कूल के गणित संकाय में 12वीं के परीक्षार्थी नारायण शर्मा ने 488 अंक लाकर प्रदेश में टॉप किया है।
इनका कहना है
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने गुरूवार को 12वीं व 10वीं के वार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। जल्द ही जिले के परीक्षा परिणाम की समीक्षा की जाएंगी। वहीं कम परीक्षा परिणाम वाले स्कूल प्राचार्यों पर भी कार्रवाई होगी।
एसपीएस बिसेन, डीईओ
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