
कोर्ट परिसर: पीपल के पेड़ से निकले
कोर्ट स्थापना के दो साल बाद पीपल के पेड़ के नीचे श्रीहनुमानजी का प्राकट्य हुआ। वरिष्ठ अधिवक्ता अखिलेश मिश्रा बताते हैं कि दक्षिण मुखी छोटी मढिय़ा तैयार करके मूर्ति को स्थापित किया गया। बाद में जीर्णोद्धार कर इसे भव्य मंदिर का स्वरूप दिया।

27 साल से लाइन में हो रही सेवा
जिला पुलिस लाइन में 1995 में पुलिसकर्मियों ने हनुमानजी की छोटी सी मढिय़ा का निर्माण किया था। 2015 में जीर्णोद्धार कर इसे भव्य स्वरूप दिया गया। ड्यूटी करने से पहले भगवान को मत्था टेकने व दर्शन का नियम बन गया है। हनुमान जयंती पर भी धार्मिक अनुष्ठान होंगे।

अजाक थाना: मत्था टेककर काम
जिला अजाक थाना परिसर में गेट के पास हनुमान मंदिर में अधिकारी-कर्मचारी यहां मत्था टेककर काम शुरू करते हैं। इससे किसी तरह का संकट नहीं रहता और कामकाज में ऊर्जा बनी रहती है। पं. दीपक शर्मा बताते हैं कि जन्मोत्सव पर हनुमान को सिंदूरी चोला चढ़ेगा।

इटारसी हनुमान धाम: ट्रेन चालक हॉर्न बजाकर करते हैं सुखद यात्रा की कामना
इटारसी. नगर में ओवरब्रिज के नीचे ब्रिटिश काल में बना हनुमान धाम क्षेत्र के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। यहां की विशेषता है कि ट्रेन गुजरने के समय चालक हॉर्न बजाकर बाबा को सलामी देते हुए सुखद और सकुशल यात्रा की कामना करते हैं। हनुमान धाम मंदिर समिति सदस्य लखन बैस बताते हैं कि मंदिर 100 साल से भी अधिक पुराना है। रेल के लिए पटरी बिछाने के दौरान अग्रेजों ने मंदिर को हटाने का प्रयास किया था लेकिन वे विफल रहे। इसकी बाद चर्चा आसपास फैली तो यहां के निवासी दुर्गाप्रसाद मुकदम ने इस स्थान को मढिय़ा का रूप दे दिया। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु आने लगे। आज यह सिद्ध स्थान बन गया है। बैस बताते हैं कि लोग इस जगह को गेट वाले बाबा के नाम से जानते थे।

बालागंज स्थित हनुमान: : करते
हैं भक्तों की रक्षा, रखते हैं ध्यान
बालागंज स्थित हनुमान मंदिर लोगों की आस्था का केन्द्र है। कहते हैं भगवान अपने भक्तों का ध्यान रखते हैं और उनकी रक्षा करते हैं। ऐसा ही मामला सामने आया यहां भी। दरअसल कुछ साल पहले आकाशीय बिजली मंदिर में लगे पेड़ पर गिरी। आसपास घनी बस्ती होने के बाद भी बिजली पेड़ से होती हुई जमीन में समा गई। हादसे में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इसी तरह एक बार चोर मंदिर से छत्र चुराकर ले गए थे। किसी बात को लेकर उनके बीच विवाद हो गया। इसी बीच अचानक पुलिस भी मौके पर पहुंची पूरा माजरा समझकर पुलिस ने चोरों को गिरफ्तार कर लिया और मंदिर का का छत्र वापस मंदिर में पहुंच गया। महाबली हनुमान एक बार चोला भी छोड़ चुके हैं।