इसलिए हाट चबूतरे फैल हुए दरअसल,टीनशेड के नीचे बने करीब सौ चबूतरे दुकानदारों के बैठने एवं व्यवसाय करने में फैल हो गए क्योंकि यहां नशेडिय़ों का जमघट है। सुबह से लेकर देर शाम तक यहां शराबी तत्व आकर जाम लगाते रहते हैं। अभद्रता कर अशांति का माहौल फैला रहे। बुधवार को जब पत्रिका टीम ने 18 दिन बाद फिर पड़ताल की तो यहां चबूतरों पर कुछ युवक बैठकर शराब पी रहे थे। कवरेज के दौरान नशे में धुत भूरा नामक युवक ने मोबाइल कैमरा भी छीनने की भी कोशिश की। सूचना के बाद कोतवाली टीम मौके पर पहुंची और उसे पकड़कर थाने ले गई।
जैविक खाद तो नहीं बनी कचरा घर बन गया
सब्जी हाट के पास ही जैविक खाद निर्माण इकाई के नाडेप-सीमेंट टैंक में कचरे से खाद तो नहीं बनी, लेकिन सब्जी-पन्नियों का कचरा घर जरूर बन गया। आसपास कीचड़-पानी के बीच ही ठेलों पर विक्रेता फल बेच रहे।
सब्जी हाट के पास ही जैविक खाद निर्माण इकाई के नाडेप-सीमेंट टैंक में कचरे से खाद तो नहीं बनी, लेकिन सब्जी-पन्नियों का कचरा घर जरूर बन गया। आसपास कीचड़-पानी के बीच ही ठेलों पर विक्रेता फल बेच रहे।
इनका कहना है…
सूचना के बाद कोतवाली टीम को भेजकर नशे में अभद्रता करने वाले भूरा नामक युवक को पकड़ा गया। उसे समझाइश देकर बाद में छोड़ दिया गया। हाट की जो समस्या है वह नपा अधिकारियों को निराकृत करना चाहिए। सुरक्षा के लिए पुलिस पाइंट-गश्त करवाई जाएगी।
-संतोष सिंह चौहान , थाना प्रभारी कोतवाली नर्मदापुरम।
हाट बाजार में रोजाना कचरे की सफाई करवाई जा रही है। जो पक्के चबूतरे हैं उन्हें हटाने के लिए परिषद की बैठक में प्रस्ताव पारित होगा। बैठक का एजेंडा फाइनल हो गया है। अगले हफ्ते तक बैठक में निर्णय होने की उम्मीद है।
-विनोद कुमार शुक्ल, सीएमओ नपा परिषद नर्मदापुरम।