scriptThe theft of sand is not stopping, that's why contracts for mines coul | नहीं रूक रही रेत की चोरी, इसलिए नहीं हो सके 9 खदानों के एक माह के ठेके | Patrika News

नहीं रूक रही रेत की चोरी, इसलिए नहीं हो सके 9 खदानों के एक माह के ठेके

locationनर्मदापुरमPublished: May 12, 2023 10:40:33 pm

Submitted by:

devendra awadhiya

टेंडर डालने नहीं आए ठेकेदार, खनन अनुमति में ही एक माह लग जाते हैं, रात के अंधेरे ही नहीं दिन के उजाले में भी हो रहा जमकर अवैध खनन

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नर्मदापुरम. जिले में नर्मदा-तवा सहित अन्य सहायक नदियों से रेत का अवैध खनन-चोरी नहीं रूक पा रही है। नर्मदा पुल घाट, सर्किट हाउस के सामने पल्लेपार और तवा के बांद्राभान-घानाबड़ तटों पर अवैध कारोबारी टै्रक्टर-ट्रॉलियों के जरिए जमकर रेत की चोरी कर रहे। चोरी के सिस्टम को शासन-प्रशासन तोड़ ही नहीं पा रहा है। हाईकोर्ट से स्टे हटने के बाद खनिज विभाग ने गुरुवार को 118 में से 9 खदानों को एक माह यानी 20 जून तक ठेके पर देने के लिए टेंडर बुलाए थे, लेकिन एक भी ठेकेदार नहीं आया। ठेकेदारों ने इतने कम समय के उत्खनन व्यवसाय के लिए ठेके इसलिए भी नहीं लिए कि अनुमति की प्रक्रिया में ही एक माह से अधिक का समय लगता है। एनओसी, शिया व पर्यावरण अनुमति की प्रक्रिया सरल नहीं हुई है। 15 जून से एनजीटी की रोक भी लग जाती है। एक कारण ये भी रहा कि दो बड़ी कंपनियों में स्पर्धा नहीं थी। दोनों एकजुट हो गईं। इसलिए इनमें से भी किसी ने टेंडर नहीं डाले। बता दें कि इन 9 खदानों का शासकीय मूल्य विभाग ने 22 करोड़ 79 लाख रुपए रखा था।
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