पूरी नहीं हुई जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई- नर्मदापुरम की तरफ 3.5 किमी सडक़ बनना है। जिसके लिए अवार्ड पारित किया जा चुका है। एप्रोच रोड के लिए मिट्टी डाली जा रही है। इधर बुधनी छोर पर बनने वाली ब्रिज की सडक़ के लिए फिल्हाल जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई चल रही है।
नया ब्रिज बनने के बाद बेहतर होगा यातायात-नया ब्रिज बनने के बाद यातायात ओर बेहतर होगा। पुराने ब्रिज की मदद से वाहन चालक भोपाल से नर्मदापुरम आ सकेंगे, जबकि नर्मदापुरम से भोपाल जाने के लिए नए ब्रिज का उपयोग करना होगा। पुराने और नए ब्रिज के बीच 30 मीटर की दूरी रखी गई है। ब्रिज पूरी तरह से सेपरेट लेन पर बनाया जा रहा है। भोपाल तिराहे से ब्रिज पर आने-जाने के लिए सेपरेट लेन रहेगी।
12 करोड़ की अतिरिक्त लागत का प्रस्ताव- ब्रिज निर्माण के समय 58 करोड़ रुपए की राशि शासन की ओर से ब्रिज कॉर्पोरेशन को आवंटित की गई थी। 2020 व 2021 में कोरोना संक्रमण काल के दौरान ब्रिज का निर्माण कार्य प्रभावित रहा। जिसकी वजह से काम पिछड़ गया। विभाग की ओर से ब्रिज निर्माण के लिए 12 करोड़ रुपए की अतिरिक्त लागत का पुनरीक्षित प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को भेजा गया है। जहां से अभी स्वीकृति नहीं मिली है।
पुराने ब्रिज से 4.5 मीटर चौड़ा और एक मीटर ऊंचा बनेगा नया ब्रिज-नर्मदा नदी पर बने पुराने ब्रिज की चौड़ाई 7.5 मीटर है, जबकि नया ब्रिज 12 मीटर चौड़ा बनाया जा रहा है। इसके अलावा पुराने ब्रिज की ऊंचाई 21 मीटर है। नया ब्रिज इससे एक मीटर ऊंचा बनाया जाएगा। ब्रिज 33 पिलरों पर खड़ा रहेगा। 780 मीटर लंबा ब्रिज बनने से पुराने हो चुके नर्मदा ब्रिज पर लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा।
इनका कहना है… 33 पिलर में 32 स्पॉन होते हैं। इनमें से 20 स्पॉन में गर्डर चढ़ा दिए गए हैं। नर्मदा में अचानक जलस्तर बढऩे से काम रुका था। दोबारा काम शुरू कराया है। हमारी कोशिश है बारिश से पहले ज्यादा से ज्यादा स्पॉन चढ़ा लिए जाएं। जिससे बारिश में काम न रूके।-नागेश दुबे, प्रोजेक्ट इंचार्ज ब्रिज कॉर्पोरेशन नर्मदापुरम