scriptपोषण ट्रेकर के लिए 1140 स्मार्ट फोन की जरूरत पर नहीं मिल रहे सप्लायर | 1140 smart phone is not available for nutrition tracker but supplier | Patrika News

पोषण ट्रेकर के लिए 1140 स्मार्ट फोन की जरूरत पर नहीं मिल रहे सप्लायर

locationनरसिंहपुरPublished: Jan 24, 2022 09:14:30 pm

Submitted by:

ajay khare

जिले में पोषण अभियान की वास्तविक समयबद्ध निगरानी के लिए जिले के ११९२ आंगनबाड़ी केंद्रों मेंं स्मार्ट फोन की जरूरत है पर कई प्रयासों के बाद भी यहां केंद्रों मेंं स्मार्ट फोन उपलब्ध नहीं हो सके हैं।

2501nsp1.jpg

narsinghpur

अजय खरे.नरसिंहपुर. जिले में पोषण अभियान की वास्तविक समयबद्ध निगरानी के लिए जिले के ११९२ आंगनबाड़ी केंद्रों मेंं स्मार्ट फोन की जरूरत है पर कई प्रयासों के बाद भी यहां केंद्रों मेंं स्मार्ट फोन उपलब्ध नहीं हो सके हैं। विभाग को पोषण ट्रेकर एप्लीकेशन को मोबाइल से अपडेट करने के लिए स्मार्ट फोन नहीं मिल रहे। दरअसल विभाग ने इसके लिए २ बार निविदा जारी की पर किसी भी सप्लायर ने इसमें रुचि नहीं ली। जिसकी वजह से यहां स्मार्ट फोन पर पोषण ट्रेकर एप्लीकेशन का काम खटाई में पड़ गया है। जानकारी के अनुसार जिले में ११९२ आंगनबाड़ी एवं मिनी आंगनबाड़ी केंद्र हैं जिनमें से ११४० आंगनबाड़ी केंद्रों में स्मार्ट फोन उपलब्ध कराए जाने हैं । विभाग ने इसके लिए स्मार्ट फोन की कीमत प्रति नग 8 हजार रुपए निर्धारित कर रखी है जिस पर जीएसटी व अन्य करों सहित लगभग 9 हजार रुपए प्रति नग की दर से भुगतान किया जाएगा।
दो बार सप्लायरों ने नहीं ली रुचि अब एक बार और बढ़ाई समय सीमा
जानकारी के अनुसार विभाग ने दो बार बिड जारी की पर समय सीमा में किसी ने आर्डर नहीं लिया जिसके बाद विभाग की जरूरत को ध्यान में रखते हुए समिति ने इसकी समय सीमा बढ़ाई है। समिति में कलेक्टर, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी, कोषालय अधिकारी, जिला पंचायत सीईओ शामिल हैं।
गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, टीकाकरण में सहूलियत होगी
स्मार्ट फोन से पोषण अभियान की वास्तविक समयबद्ध निगरानी होगी। स्मार्ट फोन से पोषण ट्रेकर एप्लीकेशन का उपयोग कर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा केंद्रों में दी जाने वाली सेवाओं की दैनिक जानकारी प्रविष्ट की जाती है। जानकारी का अनुश्रवण ब्लॉक, जिला एवं राज्य स्तर पर प्रतिदिन किया जाता है। कार्यकर्ताओं द्वारा स्मार्ट फोन पर पोषण ट्रैकर का उपयोग करने से जहां प्रतिदिन रजिस्टरों के संधारण का काम कम होगा, वहीं एप्लीकेशन के माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रतिदिन दैनिक कार्यों के संबंध में तैयार सूचना प्राप्त होगी कि उन्हें गृह भेंट में टीकाकरण तथा अन्य सेवाओं के लिए किन हितग्राहियों को चुनना है तथा किन हितग्राहियों के घरों में जाकर परामर्श देना है। पोषण ट्रेकर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, केंद्र में दर्ज समस्त हितग्राहियों की सूची अपने मोबाइल पर कहीं भी किसी भी समय पर देख सकती हैं, जिससे हितग्राहियों की निगरानी करना आसान होगा। साथ ही केंद्र में दर्ज 0 से 5 साल तक के बच्चों की वृद्धि निगरानी भी आसान होगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा बच्चों का वजन एवं ऊंचाई दर्ज करने पर तत्काल बच्चे के कुपोषण का स्तर परिलक्षित होने लगेगा। अब आंगबाड़ी कार्यकर्ता को ग्रोथ रजिस्टर नहीं भरना पड़ेगा। पोषण ट्रेकर से गर्भवती महिला का पंजीयन करने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रतिदिन किस गर्भवती महिला की जांच करानी है अथवा किस गर्भवती महिला को गृह भेंट के माध्यम से परामर्श देना है, यह जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को मिलेगी २५० से ५०० रुपए तक प्रोत्साहन राशि
पोषण ट्रेकर एप्लीकेशन के संचालन के लिए नेट कनेक्टिविटी के लिए प्रदेश की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 200 रुपये प्रति माह का भुगतान किया जाएगा। एप्लीकेशन में निर्धारित मापदंडों अनुसार जानकारी भरने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 500 रुपये की राशि तथा आंगनबाड़ी सहायिका को 250 रुपये की राशि प्रोत्साहन के रूप में दी जाएगी।
फैक्ट फाइल
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण अभियान का संचालन प्रदेश के सभी 52 जिलों की 453 एकीकृत बाल विकास परियोजना में स्वीकृत 97 हजार 135 आंगनबाड़ी और मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों से किया जा रहा है। पूर्व में 16 जिलों की 27 हजार 817 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन एवं 972 पर्यवेक्षकों को टेबलेट वितरित किये जा चुके हैं। शेष 36 जिलों की 69 हजार 316 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा 2,429 पर्यवेक्षकों को स्मार्ट फोन क्रय कर जिला स्तरों से वितरित किए जाने हैं।
——————-
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो