पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने गाडरवारा पहुंच कर मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले में धारा 376डी के आरोपित परसु और अनिल को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपी अरविंद चौधरी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के इसी प्रकरण में धारा 306 के आरोपी अरविंद के माता-पिता मोतीलाल चौधरी व लीला बाई चौधरी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़ित की रिपोर्ट न लिखने के मामले में गोटिटोरिया के चौकी प्रभारी मिश्रीलाल कुड़ापे, चीचली थाना प्रभारी अरविंद सिंह के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध करते हुए उन्हें गिरफ्तार करने के बाद जमानत दे दी गई है।
ये भी पढें- दलित महिला से गैंगरेप व खुदकुशीः कांग्रेस ने की न्यायिक जांच की मांग पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला की मौत के मामले में जांच जारी है। मामले में ग्रामीणों के भी बयान लिए जा रहे हैं। महिला के शव का परीक्षण कराया जा चुका है, फिलहाल रिपोर्ट नहीं आई है।
बता दें कि गांधी-शास्त्री जयंती 2अक्टूबर को गोटिटोरिया पुलिस चौकी अंतर्गत एक गांव में अनुसूचित जाति की महिला ने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी थी। मृतका के पति का आरोप था कि गांव के ही तीन लोगों ने 28 सितंबर को उसकी पत्नी के साथ दुष्कर्म किया था, लेकिन गोटिटोरिया चौकी समेत चीचली थाने में उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। उल्टे उसे व उसके बड़े भाई को लॉकअप में डाल दिया गया। आरोप लगाया कि धन उगाही के बाद उन्हें छोड़ा गया। आरोप ये भी था कि दुष्कर्म पीड़ित के साथ थाने में गालीगलौज की गई थी, जिसके चलते उसने फांसी लगा ली।