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सरकारी संपत्ति से हटाये गये ३२१होर्डिग्स,बैनर और पोस्टर

locationनरसिंहपुरPublished: Sep 08, 2018 07:09:21 pm

Submitted by:

ajay khare

सरकारी संपत्ति से हटाये गये ३२१होर्डिग्स,बैनर और पोस्टर

321 hurdies, banners and posters removed from government property

321 hurdies, banners and posters removed from government property

सरकारी संपत्ति से हटाये गये ३२१होर्डिग्स,बैनर और पोस्टर
तेंदूखेड़ा क्षेत्र में कार्रवाई

नरसिंहपुर- नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में सम्पत्ति विरूपण की रोकथाम के लिए तेजी से चल रही कार्रवाई के तहत शासकीय भवनों, परिसम्पत्तियों जैसे बिजली व टेलीफ ोन के खंबे, मार्गों से लगी हुई संरचनायें, दीवारों आदि में लगे पम्पलेट, पोस्टरए होर्डिंग्स, नारे लेखन, झंडे. झंडियां हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में
बीते ८ अगस्त तक की कार्रवाई में तेंदूखेड़ा क्षेत्र में 321 होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर, झंडे. झंडियांए विरूपण आदि हटाये गये हैं। उल्लेखनीय है कि विभिन्न व्यक्तियों, संस्थाओं, फ र्म आदि द्वारा शासकीय, अशासकीय भवनों पर नारे लिखे जाते हैं, बैनर लगाये जाते हैं, पोस्टर चिपकाये जाते हैं, विद्युत एवं टेलीफ ोन के खंबों पर प्रचार. प्रसार संबंधी झंडियां लगाई जाती हैं। इस कारण से शासकीय, अशासकीय सम्पत्ति का स्वरूप विकृत हो जाता है। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा विस्तृत निर्देश जारी किये गये हैं। इस बारे में मध्यप्रदेश सम्पत्ति विरूपण अधिनियम 1994 प्रभावशील है। इस अधिनियम में प्रावधान है कि जो कोई भी सम्पत्ति के स्वामी की लिखित अनुज्ञा के बगैर सार्वजनिक दृष्टि में आने वाली किसी सम्पत्ति को स्याही, खडिय़ा, रंग या किसी अन्य पदार्थ से लिखकर या चिन्हित करके उसे विरूपित करेगा, तो उसे एक हजार रूपये तक के जुर्माने से दंडित किया जा सकेगा। इस अधिनियम के अधीन दंडनीय कोई भी अपराध संज्ञेय होगा।

तेंदूखेड़ा क्षेत्र में संक्रामक बीमारियों का बढ़ रहा प्रभाव

तेंदूखेड़ा-ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू स्वाइन फ्लू और पीलिया के मरीज भी बढ़ते चले जा रहे हैं। छोटे-छोटे बच्चों में सर्दी जुखाम खांसी की स्थिति देखने को मिल रही है। तत्संबंध में शासकीय प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाक्टर आरएस पटेल ने बताया कि सुरक्षा ही संक्रामक बीमारियों से बचने का एकमात्र उपाय है। जिस परिवार में सर्दी खांसी जुखाम बुखार के पीडि़त व्यक्ति हैं उनसे परहेज करते हुए अपने नाक और मुंह पर कपड़ा लगाकर ही पीडि़त व्यक्ति से बात करें एवं तत्काल डॉक्टर की सलाह से आवश्यक परामर्श लेकर दवाओं का सेवन करें। घर में मच्छरों को न पनपने दें और न ही भराव वाली जगहों पर पानी भरा रहने दे। गौरतलब रहे कि तेंदूखेड़ा क्षेत्र में इन दिनों डेंगू और स्वाइन फ्लू के मरीज भी मिले हैं
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