भ्रष्टाचार के आरोप से रामजन्म भूमि ट्रस्ट की गरिमा गिरी: शंकराचार्य
नरसिंहपुरPublished: Jun 15, 2021 09:55:22 pm
शंकराचार्य ने ट्रस्ट भंग करने की मांग उठाई-
narsinghpur.गोटेगांव. ज्योतिष एवं द्वारका शारदापीठ के शंक राचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने मंगलवार को परमहंसी गंगा आश्रम में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि रामजन्म भूमि का जो ट्रस्ट बनाया गया है उसमें राजनीतिक स्वार्थी लोग मुख्य रूप से जुड़े हुए हंै । जिसके कारण भूमि घोटाला सामने आया है। आरोपों से ट्रस्ट की गरिमा गिरी है। ऐसे ट्रस्ट को भंग कर उस ट्रस्ट को जिम्मेदारी सौंपी जाए जिसमें चारों पीठ के शंकराचार्य और अखाड़ा के सदस्य व अन्य धर्माचार्य जुड़े हुए हंै। शंकराचार्य ने कहा कि जिस ट्रस्ट ने रामजन्म भूमि का केस न्यायालय में लड़ा उस ट्रस्ट में क्या गड़बड़ी थी कि दूसरा ट्रस्ट बना कर राजनीतिक लोगों को शामिल किया गया।
शंकराचार्य ने कहा कि रामजन्म भूमि पर मंदिर निर्माण का शिलान्यास शुभ मुहूर्त में नहीं किया गया। जिसके कारण न्यासियों की बुद्धि खराब हो रही है। शंकराचार्य ने मांग की है कि मंदिर निर्माण में कितनी जमीन लगेगी, चंदा उगाही कितनी हुई, जमीन खरीद की दर क्या थी इन सबको श्वेत पत्र के माध्यम से जनता के समक्ष रखा जाए। शंकराचार्य ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि अभी भी समय है इस न्यास को खारिज कर पुराने न्यास पर विचार करें ताकि परमात्मा का भव्य मंदिर का निर्माण सही तरीके से हो सके।