नरसिंहपुरPublished: Mar 19, 2019 05:18:21 pm
ajay khare
निस्तार जाने में शर्मिंदगी झेल रही महिलाएं
Urinal
साईंखेड़़ा। नगर के एकमात्र पेशाब घर में दरवाजे के बजाय काम चलाऊ पर्दा लगा हुआ है। उसी में महिलाएं लघुशंका जाने को मजबूर हैं एवं दरवाजा न होने से अक्सर शमिंदगी भी झेलनी पड़ती है। साईंखेड़ा को लगभग चार वर्ष पूर्व नगर परिषद का दर्जा प्राप्त हुआ। लेकिन साईंखेड़ा को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बने चार वर्ष बीतने के बाद भी नगर के हालात जस के तस हैं। यहां पंचायत के कार्यकाल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने एकमात्र पेशाब घर बना हुआ है। जो दुर्दशा का शिकार है। इस पेशाब घर में एक तरफ पर्दा लगाकर महिलाओं के लिए लघुशंका की व्यवस्था की गई है। इस दरवाजे विहीन प्रसाधनघर में किसी ने आधा अधूरा फ्लेक्स का पर्दा टांग कर महिलाओं को सुविधा देने का प्रयास किया है। लेकिन यहां महिलाएं जाने पर शर्मिंदा होकर परिषद की उदासीनता को जमकर कोसती हैं। व्यस्त स्थान पर बने इस बदाहल प्रसाधन घर से सांईखेड़ा की असुविधाओं का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। अनेक स्थानीय लोगों का कहना है जहां एकओर भारत भर में स्वच्छता सर्वेक्षण स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन साईंखेड़ा का यह हाल देख कर ऐसा साबित होता है कि स्वच्छ सर्वेक्षण, स्वच्छ भारत अभियान केवल फ्लेक्सों एवं बोर्डों में ही संचालित हो रहा है। साईंखेड़ा नगर में चारों ओर गंदगी साफ सफाई का अभाव है। जबकि एवं दादा धूनी वालों की नगरी में दूरदराज से श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। साईंखेड़ा आसपास के 40-50 गांवों का केंद्रबिंदु है। यहां लोगों का लगभग आना जाना लगा रहता है। साईंखेड़ा से ही जनपद पंचायत कार्यालय भी संचालित होता है। ऐसे में साईंखेड़ा नगर का यह हाल देख कर आश्चर्य होता है। नगरवासियों ने मांग की है कि शासन प्रशासन इस ओर ध्यान देकर नगर के विकास में अपना सहयोग प्रदान करे।