उल्लेखनीय है कि सामूहिक जवारा समिति के चैत्र नवरात्रि की पंचमी से रखे जाने वाले जवारों के विसर्जन में शामिल होने दूरदराज से श्रद्धालु शामिल होते हैं। इसके अलावा विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के बाना अखाड़ों के हैरतअंगेज प्रदर्शन को देखने सड़क के दोनों तरफ बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ दिखी। लंबे समय तक चलने वाले चल समारोह के लिए नगर में विभिन्न स्थानों पर जल पान, शरबत, हलवा, फलों के वितरण की होड़ लगी रही।
शोभायात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्घालु आने एवं कार्यक्रम की भव्यता को देखते हुए जुलूस के साथ बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। सुबह सदर मढिय़ा से निकली शोभायात्रा गुरूद्वारा रोड से रवाना हुई इस दौरान आवागमन के लिए वाहनों का रूट बदला गया। स्टेशन की ओर से आने वाले वाहन पुलिस लाइन होते हुए सांकल रोड से निकाले गए। वहीं सुभाष पार्क से मुशरान पार्क स्टेशन जाने वाले मार्ग को बड़े वाहनों के लिए प्रतिबंधित किया गया। सड़क किनारे जगह.जगह स्वागत-सत्कार के लिए सभी वर्गो के द्वारा पंडाल लगाए। गर्मी की वजह से नगर पालिका के पानी टेंकर भी मार्ग को तर करने में लगे रहे। शोभायात्रा में अखाड़ों, कला मंडलियों द्वारा शोभायात्रा में चलते हुए भजन-संकीर्तन के साथ अपनी कला का प्रदर्शन किया गया। शोभायात्रा में देवियों, भगवानों की झांकियां भी बनाई गईं हैं। गुरूद्वारा रोड से होती हुई शोभायात्रा वापस मुख्य मार्ग से जनपद मैदान पहुंचकर समाप्त हुई। जनपद मैदान में एकत्र हुए जवारों एवं देवी प्रतिमा को वाहन से नर्मदा में विसर्जन के लिए ले जाया गया।