इस मतदान केंद्र में ७ गांवों के लोग मतदान करने आते हैं जिनमें तलैया, भातौर, पटकना, कुकड़ीपानी, टोला आदि शामिल हैं। यहां करीब १२०० मतदाता हैं। मतदान सामग्री पहुंचाने के लिए प्रशासन को खच्चरों की व्यवस्था करनी पड़ती है। जिनके सहारे ईवीएम सहित मतदान दल की भोजन सामग्री आदि मतदान केंद्र तक भेजी जाती है। प्रशासन को इस बात का ध्यान रखना जरूरी होता है कि इस केंद्र पर केवल शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ कर्मियों की ही ड्यूटी लगाई जाए ताकि कोई समस्या न आए। दल के साथ डॉक्टर और उसकी टीम आवश्यक दवाओं के साथ यहां भेजी जाती है।
भिल्माढाना मतदान केंद्र इस जिले का सबसे दूरस्थ मतदान केंद्र है। भौगोलिक परिस्थितियों की वजह से यहां तक पहुंचने के लिए मतदान दल को १८० किमी का सफर तय करना पड़ता है। यह सतपुड़ा वन क्षेत्र के अंतर्गत घने जंगल के बीच बसा हुआ एक गांव है। इस केंद्र में विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक ९९.७७ प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। यहां करीब ४५० मतदाता हैं। पटकुही पंचायत की टुइयापानी बूथ पर पहुंचने के लिए नदी किनारे का करीब एक किमी का रास्ता तय करना पड़ता है। विधानसभा तेंदूखेड़ा की खुड़ई पंचायत के भौमरी केंद्र तक पहुंचने के लिए भी पथरीला मार्ग तय करना पड़ता है।
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वर्जन
बड़ागांव मतदान केंद्र जिले का सबसे दुर्गम और जटिल मार्ग वाला केंद्र है। मतदान दल को पहाड़ का १२ किमी का सफर तय करना पड़ता है। हमारे मतदान दल बड़ी मेहनत के बाद यहां मतदान कराते हैं।
आरपी अहिरवार, सीईओ जिला पंचायत