बस हादसे में घायल मजदूरों को इलाज के बाद भेजा घर
नरसिंहपुरPublished: May 18, 2020 08:50:45 pm
प्रवासी मजदूरों को लेकर छिंदवाड़ा से भिंड जा रही बस ङ्क्षसहपुर गांव के पास हादसे की शिकार हो गई थी। बस में सवार16 घायल मजदूरों को जिला अस्पताल उपचार के लिए लाया गया था। सोमवार को सभी घायल मजदूरों को जिला प्रशासन द्वारा एक बस के माध्यम से उनके गंतव्य जिलों के लिए रवाना किया गया।
नरसिंहपुर.. प्रवासी मजदूरों को लेकर छिंदवाड़ा से भिंड जा रही बस ङ्क्षसहपुर गांव के पास हादसे की शिकार हो गई थी। बस में सवार16 घायल मजदूरों को जिला अस्पताल उपचार के लिए लाया गया था। सोमवार को सभी घायल मजदूरों को जिला प्रशासन द्वारा एक बस के माध्यम से उनके गंतव्य जिलों के लिए रवाना किया गया। मजदूरों को रवाना करने के लिए पूर्व प्रशासन द्वारा भोजन-पानी करवाया गया और रास्ते के लिए भी पर्याप्त स्वलपाहार दिया गया।
क्वॉरंटीन व्यक्ति की लापरवाही पूरे परिवार पर पड़ सकती है भारी
कलेक्टर और एसपी ने कहा होम कोरंटाइन किये गये व्यक्ति सचेत रहें
नरसिंहपुर. कलेक्टर दीपक सक्सेना और पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह ने होम क्वॉरंटीन किये जाने वाले व्यक्तियों से सचेत रहने और दिये गये निर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करने के लिए कहा है।
अधिकारियों ने बताया कि कोरोना प्रभावित क्षेत्र से आने के कारण ही संबंधित व्यक्तियों को होम क्वॉरंटीन कराया गया है। होम क्वॉरंटीन के दौरान संबंधित होम क्वॉरंटीन किये गये व्यक्तियों को मेडिकल इमरजेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी स्थिति में घर से बाहर नहीं निकलना है और परिवार के सदस्यों से भी यथेष्ट दूरी बनाकर रखना है। ऐसे व्यक्ति इस भरोसे में कदापि नहीं रहे कि वे कोरोना संक्रमित नहीं है। कोरोना संक्रमित क्षेत्र से आने के कारण ऐसे व्यक्ति बिना लक्षणों के भी कोरोना वाइरस के संवाहक हो सकते हैं। इन व्यक्तियों की जरा सी लापरवाही पूरे परिवार के लिये घातक सिद्ध हो सकती है। ऐसे कई उदाहरण है जिसमें कोरोना संक्रमण की वजह से एक ही परिवार के कई व्यक्तियों को जान से हाथ धोना पड़ा है। एसपी डॉ. सिंह ने बताया कि होम क्वॉरंटीन किये गये संबंधित व्यक्ति को ऐसा लग सकता है कि उसे कोई देख नहीं रहा है और यदि वह व्यक्ति इधर-उधर घूमे भी तो किसी को मालूम नहीं पड़ेगा। इस भुलावे में बिल्कुल न रहे। कोरोना पाजिटिव केस मिलने पर सक्रमण के लिये उत्तरदायी व्यक्ति की एक-एक मिनिट की ट्रेवल और लोकेशन हिस्ट्री निकालने की पूरी क्षमता और दक्षता प्रशासन के पास उपलब्ध है।
35 दिनों में दिखा कोरोना का प्रभाव
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि कुछ प्रकरणों में सम्पर्क में आने के 35. 36 दिन बाद भी कोरोना का प्रभाव देखने को मिला है। अत: यह हितकर होगा कि कोरंटाइन किये गये व्यक्ति एहतियात के तौर पर 45 दिनों के लिये होम क्वॉरंटीन में रहें। इस अवधि में होम क्वॉरंटीन व्यक्ति का सम्पर्क शून्य होना चाहिये। यदि विशेष परिस्थिति में कोई सम्पर्क हुआ हैए तो उसकी सूची बनाकर रखना होगी। होम कोरंटाइन किये गये व्यक्तियों से कहा गया है कि वे होम क्वॉरंटीन में चिकित्सक द्वारा दी गई हिदायतों पर सख़्ती से अमल करें। कोरोना से संबंधित लक्षण प्रकट होने पर तत्काल इसकी सूचना दें।
तो दर्ज करेंगे अपराधिक प्रकरण
कलेक्टर व एसपी ने बताया कि यदि जिले में ऐसा कोई कोरोना पाजिटिव केस मिलता है जिसकी कान्टेक्ट हिस्ट्री में होम क्वॉरंटीन किया गया व्यक्ति है, तो ऐसी स्थिति में होम क्वॉरंटीन किये गये व्यक्ति के विरूद्ध दंड संहिता की गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया जायेगा। होम क्वॉरंटीन का उल्लंघन करने पर भी संबंधित व्यक्ति के विरूद्ध अपराधिक प्रकरण दर्ज किया जा सकता है। आपराधिक प्रकरण का दर्ज होना संबंधित व्यक्ति के भविष्य के लिये मुसीबत का सबब बन सकता है।