राजीनामा के हुए प्रयास- घटना सोमवार सुबह करीब 11.30 बजे की है। घटना के बाद छात्रा व आरोपी आरक्षक के परिवारों के बीच काफी देर तक बातचीत चलती रही। राजीनामा होने के लिए भी प्रयास किए जाते रहे, लेकिन छात्रा रिपोर्ट लिखाने के लिए ही परिवार पर दबाव बनाए रही। दोपहर बाद मामला दर्ज किया गया।
पीडि़त छात्रा के भाई ने बताया है कि पेपर देने के बाद स्कूटी से घर जा रही थी। तभी रास्ते में डिग्री कॉलेज के आगे स्टेशन मार्ग पर आरोपी आरक्षक ने लाल कार रोककर छात्रा का रास्ता रोका। कार से एक युवक उतरा उसने छात्रा से स्कूटी छीनी और फिर वह वहां से स्कूटी लेकर चला गया। जब छात्रा कार में सवार नहीं हो रही थी, तो बीच सडक़ पर आरक्षक ने थप्पड़ मारे और कार में जबरन बिठा लिया। इस बीच किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। जानकारी लगते ही कार को सागरनाका पुलिस चौकी समीप ही रोक लिया गया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद छात्रा की एमएलसी भी कराई गई। कान से खून आने के बाद इलाज किया जा रहा है।
बाहर स्कूटी रखकर चला गया आरोपी-जब रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही थी, तभी अज्ञात युवक स्कूटी को पुलिस चौकी के बाहर रखने के बाद भाग निकला। छात्रा का कहना था कि पेपर होने की वजह से वह सोमवार को कॉलेज में मोबाइल नहीं ले गई थी। जिससे वह स्वयं पुलिस व परिजनों को फोन नहीं कर पाई। पुलिस चौकी से छात्रा ने भाई को फोन करके सूचना दी। तब उसके परिजन सीधे पुलिस चौकी पहुंचे।