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कोरोना से मौत का सिलसिला नहीं थम रहा, प्राध्यापक सहित 4 की मौत

locationनरसिंहपुरPublished: Sep 21, 2020 02:37:38 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

-सीनियर सिटिजन ज्यादा प्रभावित

कोरोना वायरस प्रतीकात्मक फोट

कोरोना वायरस प्रतीकात्मक फोट

नरसिंहपुर. कोरोना संक्रमण की जद में सीनियर सिटिजन तेजी से आने लगे हैं। ऐसे वृद्ध जो अन्य बीमारियों से पीड़ित चल रहे हैं उन पर कोरोना वायरस कहर ढाने लगा है। अब एक प्राध्यापक सहित 4 ऐसे लोगों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई। इस तरह जिले में कोरोना से होने वाली मौत की संख्या 12 तक पहुंच गई है।
वैसे तो कोरोना संक्रमण के शुरूआती दौर में ही यह कहा गया था कि 60 साल से अधिक वय के लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि कोरोना वायरस का संक्रमण वृद्धजनों पर तेजी से हो सकता है। साथ ही यह भी बताया गया था कि जो लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं उन्हें भी विशेष सतर्कता बरतनी होगी। ऐसे लोगों को घरों से न निकलने की सलाह दी गई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन व आईसीएमआर स्तर से जारी कोरोना प्रोटोकॉल में स्पष्ट तौर पर वृद्ध जनों को लेकर ज्यादा सतर्कता बरतने को कहा गया था। उसका असर अब नरसिंहपुर में दिखने लगा है। यहां 60 और इससे ज्यादा उम्र के लोग तेजी से इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं और उनकी मौत भी होने लगी है। इसी क्रम में स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राध्यापक चंद्रशेखर राजहंस के 93 वर्षीय पिता प्रो. राधेकृष्ण मंडल ने रविवार सुबह अंतिम सांस ली, वे कोविड केयर में भर्ती थे। चिकित्सकों के अनुसार स्व. राधेकृष्ण वर्ष 2012 से अल्जाइमर की बीमारी से ग्रस्त थे। हाल ही में उन्हें कोरोना संक्रमण के कारण भर्ती किया गया था। शनिवार रात से ही उनकी हालत बिगड़ने लगी थी। स्व. प्रो. राधेकृष्ण ललित नारायण विश्वविद्यालय दरभंगा में राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक थे।
इसी तरह गोटेगांव के सेवानिवृत्त प्राचार्य 70 वर्षीय पीके द्विवेदी का भी जिला अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में हार्ट फेल हो जाने के कारण निधन हो गया। इनका अंतिम संस्कार कोविड-19 की गाइडलाइन के मुताबिक स्थानीय मुक्तिधाम में किया गया। इसके पूर्व शनिवार को भी दो कोरोना संक्रमितों की अलग-अलग स्थानों पर मौत हो गई थी। इनमें से एक कौंड़िया के 70 वर्षीय पूरन सिंह भदौरिया थे। इनका भी हार्ट फेल होना बताया गया है। इन्हें कोरोना संक्रमण के चलते हाल ही में भर्ती किया गया था। इसके अलावा गोटेगांव के करीब 65 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक गणेश नामदेव की इलाज के लिए जबलपुर जाते वक्त रास्ते में ही मौत हो गई। बताया जाता है कि श्री नामदेव कोरोना संक्रमित थे, शनिवार को उनकी हालत बिगड़ने पर परिजन जिला अस्पताल लाए थे, यहां से उन्हें जबलपुर रेफर किया गया था।
जिला अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में दो बुजुर्गों के निधन के बाद यहां भर्ती अन्य संक्रमितों में भय का माहौल देखने को मिला। ये जानकारी जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई, वैसे ही संक्रमितों के परिजनों में बैचेनी देखी गई। वे अपने-अपने मरीजों की पूछताछ-पड़ताल के लिए जिला अस्पताल पहुंच गए।
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