प्रशासन ने अब ऐसे लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है जो कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे। इसके तहत अपर जिला दंडाधिकारी मनोज कुमार ठाकुर की अगुवाई में संयुक्त दल ने मास्क न पहनने पर 8 लोगों को अस्थाई जेल भेजा तो 2 दुकानदारों की दुकानें सील कर दीं। साथ ही 73 लोगों से 8 हजार 50 रुपये का जुर्माना वसूला।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की शाम आई रिपोर्ट में जिले के 115 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद भी लोग नहीं मान रहे तो प्रशासन को सख्ती पर उतरना पड़ा, अन्यथा दो दिन पहले तक पुलिस व प्रशासन के अधिकारी लोगों को समझा रहे थे, मुख्यमंत्री व अपर मुख्य सचिव के दिशा निर्देश के क्रम में सुबह-शाम दो पाली में अभियान चला कर लोगों को मास्क वितरित किया जा रहा था। सायरन बज रहा था। लेकिन इसे भी लोगो ने गंभीरता से नहीं लिया तो सख्ती लाजमी हो गई।
अपर जिला कलेक्टर मनोज कुमार ठाकुर, एसडीएम राधेश्याम बघेल के साथ पुलिस व नगरपालिका के अमले ने सुभाष पार्क चौराहे से लेकर शहर की मुख्य सड़कों पर मार्च किया। ये संयुक्त दल शहर की सघन आबादी वाली तंग गलियों में भी पहुंचा, जहां मिठाई का कारखाना, कबाड़ की दुकानें थीं। यहां उन्होंने मास्क न पहनने वालों को खूब फटकार लगाई। इस दौरान पुलिस के वज्र वाहन भी साथ-साथ चलते रहे। जो लोग मास्क नहीं पहने थे और शारीरिक दूरी के नियम की भी धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे थे, उन्हें दल-बल ने पकड़कर पुलिस लाइन स्थित परेड ग्राउंड में बनाए गए अस्थाई जेल पहुंचाया। ऐसे लोगों की संख्या 8 थी। इन लोगों के नाम-पते और मोबाइल आदि नंबर लिखने के बाद शाम को उन्हें स्वयं की जमानत पर रिहा किया गया। ढाई-तीन घंटे की अस्थाई जेल भोगने के बाद इन्हें सख्त हिदायत भी दी गई कि वे अब मास्क पहनकर ही बाहर निकलें।
अपर जिला कलेक्टर के शहर भ्रमण के दौरान कुछ लोग ऐसे भी मिले जिनके पास मास्क था तो जरूर पर जेब में। ऐसे लोगों में दुकानदार ज्यादा थे। ऐसे में अधिकारी इन पर खूब भड़के। उनका कहना था कि जब आप ही स्वयं मास्क नहीं पहन रहे हो तो बिना मास्क पहने आने वाले ग्राहकों को कैसे रोकेंगे। दुकानदारों ने काफी मिन्नतें कीं लेकिन संयुक्त दल ने इन दुकानदारों की दुकानों को सील कर दिया।
शहर भ्रमण के दौरान सिर्फ आम आदमी ही नहीं सरकारी कर्मचारी भी बिना मास्क पहने संयुक्त दल को मिले। इनमें से दो होमगार्ड के जवान व दो-तीन कलेक्ट्रेट के कर्मचारी बताए गए। एडीएम के निर्देश पर इन सरकारी कर्मचारियों से जुर्माना वसूलने के बाद इनके नाम-नंबर नोट किए गए। एडीएम ने बताया कि मास्क लगाने से परहेज करने वाले सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की भी कार्रवाई की जा सकती है।