दो शिफ्ट में कार्य कर रहीं अदालतें, ऑनलाइन आवेदन, वीसी से सुनवाई
नरसिंहपुरPublished: May 19, 2020 08:07:48 pm
कोरोना नई राहें वर्क फ्राम होम
48 जिलों के ग्रीन व ऑरेंज जोन के अदालतों में 11 मई को 2786 मामले हुए पेश, 885 केस निस्तारित
नरसिंहपुर. लॉक डाउन में समय और परिस्थितियों को देखते हुए अदालतों की कार्यशैली में बदलाव लाया गया है। जिला अदालत में अब दो शिफ्ट में अदालतें न्यायिक कार्य कर रही हंै। न्यायिक प्रक्रिया से संबंधित सभी कार्य ऑनलाइन व वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किए जा रहे हैं। इसमें न्यायपालिका द्वारा अलग अलग एप का भी उपयोग किया जा रहा है। डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार अजय कुमार चौहान ने बताया है कि कोरोना काल में कार्य सुचारू रखने के लिए कोर्ट में एक विशेष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम की स्थापना की गई है। जिसमें एक बाबू की ड्यूटी लगाई गई है जो मेल के माध्यम से आने वाले सभी आवेदनों को एकत्र करता है रजिस्टर करता है और फिर संबंधित कोर्ट के पास भेज देता है। सुनवाई के लिए वीसी की जा रही है। विधि विभाग द्वारा तैयार किए गए जिंस, जिट्सी और नीट आदि एप का उपयोग किया जा रहा है। सभी अधिवक्ताओं को इनसे जोड़ा गया है उनके फोन नंबर अपडेट किए गए हैं। वकीलों को और वकीलों के माध्यम से उनके पक्षकारों को इन सभी प्रक्रियाओं की जानकारी उपलब्ध हो रही है। लोगों को कानूनी प्रक्रिया में किसी तरह की कोई परेशानी न हो हो इसलिए काफी सहूलियतें दी जा रही हैं वकीलों को फोन के माध्यम से भी सूचना दी जा रही ताकि कोई न्याय पाने से वंचित न रह जाए। पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह ने बताया है कि गिरफ्तारी के मामलों में पहली बार केस डायरी और आरोपी को भौतिक रूप से पेश किया जा रहा है । इसके बाद अगली पेशी पर पीडीएफ फॉर्मेट में डायरी ऑनलाइन भेजी जा रही हैं वकीलों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोड़ा जा रहा है । जानकारी के अनुसार यदि अर्जेंट मामले हैं तो फरियादी और वकील ऑनलाइन प्रक्रिया की बजाय सीधे अदालत में भी जा रहे हैं ।
———–
दो शिफ्ट में चल रही कोर्ट
लॉक डाउन में अदालती प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए 2 शिफ्ट में अदालतें लगाई जा रही हैं । पहली शिफ्ट में सुबह 10.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक डीजे और एडीजे मामलों की सुनवाई कर रहे हैं । दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 से शाम 5.30 बजे तक सीजेएम, प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट और अन्य न्यायाधीश मामलों की सुनवाई कर रहे हैं। लॉक डाउन के इस विषम समय में भी अदालतें बिना किसी समस्या के अपना कार्य सुचारू कर रही हैं।
————-
यंग को आसानी सीनियर को परेशानी
ऑन लाइन कार्य करने में यंग एडवोकेट को कोई समस्या नहीं है, टेक्नो फे्रंडली होने के कारण वे ऑनलाइन व वीसी आसानी से कर पा रहे हैं। दूसरी ओर उम्र के लिहाज से कुछ वरिष्ठ अधिवक्तों को इसमें समस्या आ रही है। टेक्नोलॉजी का ज्यादा ज्ञान न होने से आसानी से इन कार्यों को आसानी से संपादित नहीं कर पाते। उन्हें इसे सीखना पड़ रहा है।
———–
वर्जन
ऑनलाइन मेल और वाट्सएप पर आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं, वीसी के माध्यम से सुनवाई की जा रही है, कोर्ट के विभिन्न एप के सहारे सभी अदालती कार्य सुचारू किए जा रहे हैं। दो शिफ्ट में कोर्ट कार्य कर रही हैं।
अजय कुमार चौहान, डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार
————–
वर्जन
गिरफ्तारी के मामलों में प्रथम बार कोर्ट में आरोपी व केस डायरी को भौतिक रूप से पेश किया जा रहा है। इसके बाद ऑनलाइन केस डायरी भेजी जा रही है। वीसी के माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
डॉ. गुरकरन सिंह, एसपी
—————-
वर्जन
अर्जेंट मामलों में वकील और फरियादी सीधे भी अदालत पहुंच रहे हैं। फिलहाल कोरोना की वजह से कार्यशैली में काफी बदलाव आया है।ऑनलाइन जमानत आवेदन, जरूरी दस्तावेज सब्मिट करना आदि पुराने वकीलों के लिए थोड़ा जटिल साबित हो रहा है क्योंकि वे नए वकीलों की तुलना में टेक्नोलॉजी का उतना ज्ञान नहीं रखते। पर जरूरत के अनुसार इसे सीखना पड़ रहा है।
प्रवीण शर्मा, एडवोकेट
——————