प्रतिमाह नियमित वेतन भुगतान के जैसे ही एरियर राशि के भुगतान के लिए भी समयबद्ध नियम आदेश जारी करने की मांग की गई। ज्ञापन में कहा गया कि जिले में अनियमित मासिक वेतन भुगतान और लंबित सेवा हितलाभ के मामलों से शिक्षक अध्यापक प्रताडि़त हो रहे हैं, उश्रेशिक्षक, व्याख्याता और अध्यापक संवर्ग की द्वितीय क्रमोन्नति एवं छूटे हुए नामों की त्रुटिरहित सूचियां प्रदेश के अन्य सभी जिलों की भांति जिले में भी जारी करवाई जायें।हाल ही में जारी 30वर्षीय क्रमोन्नति सूची में कई पात्र शिक्षकों के नाम शामिल नहीं हैं और दर्ज प्रविष्टियों में बहुत अधिक मात्रा में त्रुटियां व्याप्त हैं ।जिले मे शिक्षकों के सातवें वेतन के डीए जुलाई से सितंबर का सातवें वेतन का एरियर नये साफ्टवेयर से नहीं होने के कारण आफलाइन देयकों के माध्यम से जारी करने के निर्देश हों वर्षों से पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी और डीपीसी नरसिंहपुर की कार्यशैली शिक्षक संवर्गों ं की समस्याओं को सुलझाने के प्रति उदासीनता भरी है जिससे कर्मचारी कल्याण के किसी भी मामले में प्रदेश में काफी विलंब से ही कार्रवाई जि़ले में होती हैं। इस अवसर पर संरक्षक सीआर कौरव, संभागीय सचिव एपी श्रीवास्तव, अध्यक्ष अंचल शर्मा, सचिव एसपी त्यागी, डॉ. सीएल कोष्ठी, पेंशनर समाज के शिवकुमार पटेल एस के चतुर्वेदी हरगोविंद शर्मा, उमाशंकर अग्रवाल, श्रीभगवान उपाध्याय कीर्ति निधी दुबे, सुदामा सोनी, उमेश दुबे, प्रभाकर राजपूत, संतोष श्रीवास, बीएस झरिया, राजेश शर्मा राजेश ठाकुर, एमएल मालवीय, स्वतंत्र खरे, अमरीश शर्मा, सुरेन्द्र सिंह इत्यादि ने शिक्षकों और अध्यापकों और अन्य संघ के सहयोगियों से शिक्षको की मांगो को समर्थन देने का आह्वान किया।जिलाध्यक्ष अंचल शर्मा ने आभार व्यक्त किया।