स्वच्छता रैलियों तक सीमित स्कूली बच्चे
विकासखंड सांईखेड़ा के बरहटा ग्राम के स्कूल के आसपास फ ैली गंदगी से छात्रों को खतरा बना हुआ है। साथ ही लोगों का कहना है कि आए दिन शिक्षा विभाग एवं प्रशासन द्वारा स्कूली बच्चों का उपयोग स्वच्छता रैली निकालने में किया जाता है। वहीं नौनिहालों के शिक्षा के मंदिर में कचरे गंदगी के यह हाल हैं तो गांव के हाल कितने बदतर होंगे। लोगों के अनुसार इसके बाद भी प्रशासन गंभीरता नहीं दिखा रहा।
समय रहते नहीं होता दवा छिडक़ाव
वैसे भी इस बार जुलाई से लेकर सितंबर तक लगभग रोजाना बरसात होने से घरों घर लोग बीमार पड़े हैं। लेकिन नगरीय निकायों से लेकर पंचायतों तक फागिंग मशीन का धुंआ, कीट नाशकों का छिडक़ाव एवंं विशेष सफाई अभियान करीब करीब नदारद दिख रहे हैं। जिसकी परिणति कई प्रकार की बीमारियों के रूप में दिख रही है। बहरहाल बरहटा के लोगों ने पूरे गांव में उचित सफाई एवं दवाओं के छिडक़ाव की मांग की है।
मैं मंगलवार को ही बरहटा गांव गया था, यहां की एक महिला को भोपाल एम्स में डेंगू पीडि़त पाया गया था। गांव में कई जगह पानी भरा देखा गया। स्वास्थ्य विभाग की पूरी नजर गांव पर है, सर्वे जारी है सेंपल लिए गए हैं।
डॉ. केएस राजपूत, बीएमओ सांईखेड़ा