scriptडॉ सिद्धार्थ तिगनाथ आत्महत्या कांड का आरोपी धर्मेंद्र जाट गिरफ्तार | Dharmendra Jat arrested in Dr Siddharth Tignath suicide case | Patrika News

डॉ सिद्धार्थ तिगनाथ आत्महत्या कांड का आरोपी धर्मेंद्र जाट गिरफ्तार

locationनरसिंहपुरPublished: May 19, 2021 04:04:46 pm

Submitted by:

Ajay Chaturvedi

-जिले से भागने की फिराक में था आरोपी

डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ

डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ

नरसिंहपुर. चर्चित कांग्रेस नेता डॉ सिद्धार्थ तिगनाथ आत्महत्या कांड के एक अन्य आरोपी सूदखोर धर्मेंद्र जाट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार वह जिला छोड़कर कहीं और जाने की फिराक में था, तभी उसे पुलिस गिरफ्त में ले लिया गया।
बता दें कि चर्चित डॉ तिग्नाथ हत्या कांड में सात लोगों आशीष नेमा, सुनील जाट, भागचंद उर्फ भग्गी यादव, धर्मेंद्र जाट, अजय उर्फ पप्पू जाट, राहुल जैन व सौरभ रिछारिया के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज किया गया है। कोतवाली पुलिस के अनुसार इस मामले में तीन आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं जबकि दो आरोपी कोरोना संक्रमण की वजह से अस्पताल में हैं। दो अन्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर थे जिसमें से एक को अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में आरोपी धर्मेंद्र जाट मामले के विवेचना अधिकारी जीतेंद्र गढ़ेवाल का कहना है कि आरोपी पुलिस से बचने के लिए गुपचुप तरीके से अपने घर आ-जा रहा था। वह पत्नी और बच्चों को पहले ही गैर जिले में रहने वाले रिश्तेदारों के यहां भेज चुका है। उसके बाद वह खुद भी जिले से बाहर निकलने की फिराक में था। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते लगे कोरोना कर्फ्यू के कारण उसे मौका नहीं मिल पा रहा था। लेकिन वह बराबर मौके की तलाश में रहा। इसी बीच बदले मौसम का फायदा उठाते हुए जिले से भागने की योजना को अंजाम देने की कोशिश की। इसी के तहत वह पैसा लेने के लिए वह घर पहुचा था तभी मुखबिर ने सटीक मुखबिरी करते हुए पुलिस को सूचना दे दी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने उसे अपनी योजना को मूर्त रूप देने से पहले ही पकड़ लिया।
कोतवाली थाने के टीआई उमेश दुबे के अनुसार मुखबिर की सूचना पर खैरी स्थित मकान में दबिश देकर आरोपी धर्मेंद्र जाट को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। टाई दुबे का कहना है कि डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में सात सूदखोरों पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने और सूदखोरी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। इसमें से सुनील जाट (57 वर्ष) पिता गणेश जाट, अजय उर्फ पप्पू जाट (उम्र 52 वर्ष) पिता गणेश जाट और भागचंद उर्फ भग्गी यादव (38 वर्ष) पिता सुखदेव को पुलिस 6 मई को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इसके अलावा चार आरोपित खैरी निवासी धर्मेंद्र जाट, गुलाब चौराहा के आसपास रहने वाले राहुल जैन, सौरभ रिछारिया और आशीष नेमा लापता हैं। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी के लिए जिलेभर में नाकेबंदी कर रखी है। सादी वर्दी में पुलिस की विशेष टीम इनके घरों-रिश्तेदारों और परिचितों पर भी नजर रख रही है। मुखबिर तंत्र को भी मजबूत किया गया है।
बताया जा रहा है कि पुलिस डॉ. सिद्धार्थ तिगनाथ की आत्महत्या के मामले में आशीष नेमा को मोस्ट वांटेड मान रही है। पुलिस को पूरा विश्वास है कि नेमा की गिरफ्तारी के बाद पूरे केस का भंडाफोड़ हो जाएगा। इतना ही नहीं पुलिस के अनुसार नेमा के मार्फत सूदखोरों के नेटवर्क के बारे में भी पता चल सकेगा। हालांकि तमाम प्रयासों के बावजूद आशीष नेमा समेत आरोपी सूदखोर राहुल जैन, सौरभ रिछारिया अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।
पुलिस का मानना है कि इन लापता आरोपियों में से आशीष नेमा व सौरभ रिछारिया ने डॉ. सिद्धार्थ से दोस्ती बढ़ाकर उन्हें सूदखोरी के चंगुल में फंसाया था। इसका प्रमाण सोशल मीडिया पर कुछ दिन पूर्व तक मौजूद रहीं वे तस्वीरें थीं जिसमें ये दोनों डॉ. सिद्धार्थ के साथ सेल्फी लेते नजर आ रहे थे।
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