कोरोना के डर से भाग खड़े हुए 8 डॉक्टर, ढूंढ़ रहा प्रशासन
नरसिंहपुरPublished: Apr 06, 2020 04:56:35 pm
कोरोना संक्रमण जैसी आपात स्थिति में जिला अस्पताल नरसिंहपुर के 8 डॉक्टर लगातार गायब हंै और उन्होंने अपने मोबाइल भी बंद कर लिए
नरसिंहपुर. कहा जाता है डॉक्टर भगवान का रूप होता है। पर वह सचमुच भगवान है या नहीं इसका पता तभी चलता है जब कोई मरीज अपना उपचार कराने उसके पास पहुंचता है। आज जब पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है और देश भर के डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों का उपचार करने में लगे हैं ऐसे में नरसिंहपुर के 8 डॉक्टर ड्यूटी से गायब हो गए। अपने मोबाइल भी बंद कर लिए। प्रशासन अब इन्हें तलाश कर रहा है। कलेक्टर ने कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कोरोना संक्रमण जैसी आपात स्थिति में जिला अस्पताल नरसिंहपुर के 8 डॉक्टर लगातार गायब हंै और उन्होंने अपने मोबाइल भी बंद कर लिए । उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना ने संभाग आयुक्त रवींद्र कुमार मिश्रा को पत्र लिखा है । संभाग आयुक्त को लिखे गए अशासकीय पत्र में कलेक्टर ने कहा है कि सिविल सर्जन द्वारा यह जानकारी दी गई है कि जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर शल्य क्रिया विशेषज्ञ डॉक्टर सी एस शिव, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वीके गर्ग, अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पीसी आनंद, संविदा मेडिसन चिकित्सक डॉ. हिमांशु कटारिया, चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके सागरिया, चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अखिलेश गुप्ता, महिला चिकित्सक डॉ. मंजरी सिंह, संविदा चिकित्सा अधिकारी डॉ. पुष्पेंद्र सिंह लगातार गायब हैं वर्तमान में कोरोना वायरस से बचाव के लिए चिकित्सा सेवा को आपातकालीन स्थिति में चलाया जा रहा है लेकिन इन डॉक्टरों के गैर जिम्मेदार और स्वैच्छिक अनुपस्थिति के कारण अन्य चिकित्सा अधिकारियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। जिसकी वजह से इन चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई करना उचित होगा। सोमवार को इनमें से एक डॉक्टर मंजरी सिंह अपनी ड्यूटी पर लौट आईं।