आंखों में जलन फे फड़ों को छलनी कर रही धूल
नरसिंहपुरPublished: Nov 10, 2018 06:37:12 pm
आंखों में जलन फे फड़ों को छलनी कर रही धूल
Dry dusting of eyes in the eyes
धूल के गुबारों से सांस लेना हुआ मुहाल
आंखों में जलन फे फड़ों को छलनी कर रही धूल नरसिंहपुर/करेली-नगर के बरमान चौराहे से व्हाया इमलिया होते हुए फोरलेन हाइवे तक पहुंचने वाले रास्ते पर पक् की सड़क जैसे गायब ही हो चुकी है। यहां धूल के गुबारों से वाहन चालकों के साथ नागरिक भी परेशान है। धूल से परेशान लोग फौरी तौर राहत के लिए सड़क पर पानी सींच कर काम चला रहे है जो धूप के कारण चंद मिनटों में सूख जाता है। लिहाजा चौबीसों घंटे धूल से सराबोर रहने के कारण यहां के रहवासियों में आंखों में जलन व फे कड़ों में संक्रमण की शिकायतें बढ़ रही है। उल्लेखनीय है करेली से इमलिया मार्ग लंबे समय से बदहाल है, दो किमी. लंबे रास्ते में इतनी धूल उड़ती है कि जो भी नागरिक या वाहन चालक यहां से निकलता है वह दूसरे दिन से खॉसना शुरू कर देता है। इस मार्ग से जाने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या काफी अधिक है। इस मार्ग पर वाहनों की संख्या अधिक होने से लगातार धूल उड़ती रहती है। जिससे स्कूल, कालेज जाने वाले छात्र-छात्राओं को दिक्कत हो रही है। प्राथमिक स्कूल में पढऩे वाले छात्र पैदल जाते है ऐसे में उन्हें धूल से सबसे अधिक खतरा है। वहीं दूसरी ओर सघन बसाहट के बीच से गुजरे इस मार्ग के दोनो ओर काफी संख्या में लोगों के मकान बने है जिनमें निवासरत परिवारों के सदस्य भी सड़क पर उड़ती धूल से काफी परेशानी है, यहां की गृहणी ममता कहती है सड़क की धूल घरों के अंदर तक इतनी ज्यादा पहुंच जाती है लेकिन सफाई करना मुश्किल हो जाती है। वहीं शेख कलीम,दुर्गेश कुशवाहा सहित अन्य लोगों का कहना है धूल के कारण बच्चों और बुर्जुगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। मालूम हो इस रोड पर विगत माह जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान जिले के भ्रमण पर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के काफिले के लिए सुधार करते हुए डस्ट मटेरियल डलवाया गया था,लेकिन वही डस्ट मटेरियल अब लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है। हालाकि इस संबंध में पीडब्लयूडी विभाग के सूत्रों की माने तो रोड के निर्माण के लिए पूर्व में प्रस्ताव शासन स्तर पर भेजा चुका है। बहरहाल नागरिकों का कहना है कि रोड का निर्माण जब होगा तब होगा,लेकिन फिलहाल धूल की समस्या से निजात दिलाने के लिए समुचित कार्रवाई की जानी चाहिए।