नरसिंहपुरPublished: Feb 24, 2020 08:07:55 pm
abishankar nagaich
6 हजार दीये खरीदे गए हैं
central jail narsinghpur
नरसिंहपुर. यहां की सेंट्रल जेल में बनाए जा रहे गोबर के दीयों की रोशनी पुरी के जगन्नाथ मंदिर में अपनी आभा बिखेरेगी। हाल ही में मंदिर के लिए 6 हजार दीये खरीदे गए हैं। जिसका 12 हजार रुपए का भुगतान जेल की गौशाला को किया गया है। इससे जहां गौशाला में काम कर रहे बंदियों में उत्साह है वहीं जेल प्रशासन में भी जेल में रचनात्मक कार्यों को लेकर प्रोत्साहित है।
यहां की जेल में पिछले एक साल से गाय के गोबर से ईको फे्रंडली दीये और गो काष्ठ यानी गोल डंडी के आकार में गोबर की छडिय़ों का निर्माण किया जा रहा है। इनका उपयोग लोग धार्मिक कार्यों , होलिका दहन, हवन आदि में करते आ रहे हैं। इनसे जहां किसी तरह का प्रदूषण नहीं फैलता वहीं वातावरण शुद्ध होता है। दीयों और गोकाष्ठ का निर्माण सेंट्रल जेल के बंदियों द्वारा किया जा रहा है। यहां के दीयों के बारे में जब भुवनेश्वर निवासी गो सेवक सुमंत्रा कुमार प्रधान को जानकारी मिली तो उन्होंने इन दीयों से भुवनेश्वर के शिव मंदिर और पुरी के जगन्नाथ मंदिर को रोशन करने का संकल्प लिया। वे यहां आए और 6 हजार दीये खरीदकर ले गए। जिसमें से तीन हजार दीये उन्होंने भुवनेश्वर के एक शिव मंदिर को दिए जहां महाशिवरात्रि पर इन्हें प्रज्ज्वलित किया गया। शेष तीन हजार दीये उन्होंने पुरी के जगन्नाथ मंदिर को दिए हैं। इनका उपयोग मंदिर में उन स्थानों पर किया जा रहा है जहां नियमित रूप से संध्याकाल में दीये जलाए जाते हैं। प्रधान पंचगव्य गो सेवा समिति चलाते हैं। सेंट्रल जेल में बनाए गए दीयों को रेवा दीप का नाम दिया गया है।
वर्जन
भुवनेश्वर की पंच गव्य गोसेवा समिति के सुमंत्रा कुमार प्रधान हमारे यहां से 6 हजार दीये खरीदकर ले गए हैं। उन्होनें बताया कि पुरी के जगन्नाथ मंदिर में इनका उपयोग किया जाएगा।
शेफाली तिवारी,अधीक्षक सेंट्रल जेल नरसिंहपुर
वर्जन
मैंने सेंट्रल जेल नरसिंहपुर से 6 हजार दीये खरीदे थे जिसमें से 3 हजार भुवनेश्वर के शिव मंदिर को दिए। महाशिवरात्रि पर इन दीयों से मंदिर रोशन किया गया। शेष 3 हजार दीये पुरी के जगन्नाथ मंदिर को दिए हैं।
सुमंत्रा कुमार प्रधान, गोसेवक पंचगव्य सेवा समिति भुवनेश्वर