नरसिंहपुरPublished: May 07, 2019 06:07:16 pm
ajay khare
कार्रवाई न होने से बढ़ रहे अतिक्रमणकर्ताओं के हौसले
Encroachment in the city
गाडरवारा। अब से लगभग दो तीन वर्ष पूर्व तत्कालीन कलेक्टर सीबी चक्रवर्ती एम, के कार्यकाल में अन्य नगरों के साथ गाडरवारा शहर में लगभग एक माह से अधिक समय तक लगातार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था। अतिक्रमण हटाने के बाद नगर में प्रमुख स्थानों पर अच्छा खासा खाली स्थान दिखाई देने लगा था। लेकिन उनके स्थानांतरित होते ही इस मुहिम के ठंडी पड गई और पहले से अधिक अतिक्रमण हो गए हैं। जिन जगहों से पूर्व में अतिक्रमण हटाए गए, उन स्थानों पर इन दिनों पहले की तुलना में कई गुना अधिक अतिक्रमण देखे जा सकते हैं। लोगों को होने वाली परेशानियों को नजरअंदाज कर सड़क पर फैला कर दुकानें लगाई जा रही है। प्रशासन की उदासीनता के चलते दिनों दिन अतिक्रमण का कहर बढ़ता जा रहा है। चाहे शासकीय चिकित्सालय मार्ग के सामने की बात हो या शासकीय शालाओं के पास बने ग्राउंड, अथवा तालाब किनारे हर जगह अतिक्रमण फलफूल रहा है। लोगों के अनुसार अतिक्रमण करने वालों द्वारा कोई नियम कानून का पालन नहीं किया जा रहा। वहीं दूसरी ओर प्रशासन की उदासीनता इन्हे मौन संरक्षण देता प्रतीत हो रहा है। नागरिकों का कहना है कि पूर्व में भी कच्ची दुकानों के माध्यम से शासकीय जगहों पर कब्जा किया गया। जहां कुछ दिनों के बाद पक्की दुकान या स्थाई टपरे लगाकर अतिक्रमण के माध्यम से बेशकीमती शासकीय भूमि हड़पने के मामले प्रकाश में आए हैं। अनेक पक्के अतिक्रमणों को उन दिनों चले अभियान के दौरान भी हटाने में प्रशासन नाकाम रहा था। ऐसे में वर्तमान में बचे खुचे स्थानों पर अतिक्रमण बचाने के लिए उचित कार्रवाई की अपेक्षा लोगों ने संबंधित विभागों से जताई है।
तरह तरह से अतिक्रमण की मार
नगर में केवल दुकानें बनाकर ही अतिक्रमण नहीं किया जा रहा। मुख्य स्थानों के अलावा मुहल्ले कॉलोनियों में अपने चार पहिया वाहन खड़े करने का स्थान गैरेज बनाकर, अघोषित रूप से वाहन खड़े रखकर एवं सड़क किनारे बेचने हेतु भवन निर्माण सामग्री डालकर भी एक प्रकार से अघोषित अतिक्रमण किया जा रहा है। दिन भर शासन के अधिकारी, जनप्रतिनिधि इन स्थानों से गुजरते हैं। लेकिन हो रहा अतिक्रमण किसी को नहीं दिखता। इससे अतिक्रमणकारियों के हौंसले बुलंद होते हैं तथा नई नई जगहें अतिक्रमण की चपेट में आती हैं।
लोगों की बढ़ रही परेशानी
प्रमुख स्थान अतिक्रमण की चपेट में रहने से लोगों को आने जाने में परेशानी, दुर्घटनाओं की आशंका के साथ निर्माण साम्रगी गिटटी आदि से उडऩे वाली धूल से एलर्जी एवं हादसों की आशंका से होकर गुजरना पड़ता है। अब चूंकि चुनाव भी निपट चुके हैं अत: नागरिकों ने प्रशासन से अतिक्रमण पर कार्रवाई की मांग की है।