कलेक्टर वेद प्रकाश के अनुसार वर्ष 2021- 22 में ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए जिले में 46 पंजीयन केंद्र बनाए गए है। इन केंद्रों पर 16 जून तक पंजीयन कार्य चलेगा। शासन से जिले में 50 पंजीयन केंद्र बनाने की स्वीकृति मिली है। फिलहाल जिले में 46 पंजीयन केंद्र स्थापित कर किसानों का पंजीयन तेजी से किया जा रहा है।
मूंग के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 7 हजार 196 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। उप संचालक कृषि राजेश त्रिपाठी की मानें तो जिले में इस वर्ष करीब 81 हजार हेक्टर में किसानों द्वारा ग्रीष्मकालीन मूंग फसल की पैदावार की है। मूंग की औसत उपज प्रति हेक्टर 15 से 16 क्विंटल तक प्राप्त हो रही है। जिले के 46 पंजीयन केंद्रों पर अब तक 4 हजार से अधिक किसानों का पंजीयन हो चुका है।
उप संचालक कृषि ने किसानों से अपील की है कि वे ग्राम के नजदीकी पंजीयन केंद्र पर पहुंचकर अपना पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन के लिए किसान को अपना बैंक पासबुक, ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड, समग्र आईडी, मोबाइल नंबर आदि साथ लाना होगा। एसएमएस प्राप्त होने पर किसान अपनी उपज की बिक्री कर समर्थन मूल्य की शासन की योजना का लाभ ले सकते हैं।
ये है पंजीयन केंद्र तहसील करेली में अजा.सहकारी संस्था कोदसा, सेवा सहकारी समिति सुआतला,रामपिपरिया, केरपानी-सरसला, हिरनपुर- बरमान, वृहताकार सेवा सहकारी संस्था आमगांवबड़ा व सहकारी विपणन संस्था करेली में। तहसील गाडरवारा में सहकारी विपणन संस्था खुलरी, सिहोरा, वृहताकार सेवा सहकारी संस्था गाडरवारा, आड़ेगांव, गोटीटोरिया, चीचली व बाबईकला, वृहताकार सेवा सहकारी संस्था करपगांव व बसुरिया, बोहानी, कौंड़िया व डुंगरिया में। तहसील गोटेगांव में मां शारदेय स्व सहायता समूह करकबेल, श्रीगणेश स्व सहायता समूह बरहटा, समिति वेदू, सूरवारी, इमलिया-कामती तथा मेख, उमरिया, जमुनिया एवं सिमरिया में। तहसील तेंदूखेड़ा में वृहताकार संस्था चांवरपाठा, तेंदूखेड़ा व डोभी, बिलगुवा एवं बिलहेरा में। तहसील नरसिंहपुर में वृहताकार सेवा सहकारी संस्था नरसिंहपुर, चांवरपाठा-लोकीपार, धमना, वृहताकार डांगीढाना, मुंगवानी-पाठा पिपरिया एवं गोरखपुर में। तहसील सांईखेड़ा में समिति खुरसीपार, रम्पुरा, बनवारी, तूमड़ा, सासबहू व नांदनेर में पंजीयन केंद्र बना है।