जिले के लोगों के लिए गुरुवार का दिन बेहद खुशनुमा रहा। सुबह से शुरू बारिश का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। इससे जहां लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत महसूस किया तो किसानों की उम्मीदें भी जग गईं। बोआई के बाद बारिश का इंतजार कर रहे किसानों को बड़ी राहत मिली। बता दें कि मानसून के सक्रिय होते ही जिले में बारिश हुई लेकिन कुछ दिनों से लगातार तल्ख धूप निकल रही थी। सड़क से लेकर खेत तक में धूल उड़ रही थी। इससे हर कोई बेहाल था। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई थीं कि खेतों में बोई गई फसल कहीं बढ़ने से पहले ही सूख न जाए। ऐसे में वो बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
किसानों को फसलों को नुकसान से बचाने के लिए नोजल से सिंचाई करने की नौबत आ गई थी। लेकिन कई दिन बाद शुरू हुई बारिश की झड़ी से किसानों को उम्मीद है कि मौसमी बारिश के कारण उन्हें फसलों की सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
जिले में अब तक 322 मिमी वर्षा जिले में एक जून से 8 जुलाई तक की अवधि में औसत रूप से कुल 321.6 मिमी अर्थात 12.66 इंच वर्षा दर्ज की गई है। अधीक्षक भू-अभिलेख के अनुसार 8 जुलाई तक तहसील नरसिंहपुर में 314 मिमी, करेली में 283, गाडरवारा में 332 मिमी, गोटेगांव में 222 मिमी और तेंदूखेड़ा में 407 मिमी वर्षा आंकी गई है। इसी अवधि में पिछले वर्ष जिले में औसतन 272.2 मिमी अर्थात 10.7 इंच वर्षा हुई थी। इस अवधि में पिछले वर्ष तहसील नरसिंहपुर में 252 मिमी, करेली में 253, गाडरवारा में 434 मिमी, गोटेगांव में 191 मिमी व तेंदूखेड़ा में 231 मिमी वर्षा हुई थी।