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मिनी स्टेडियम में बिखरी पड़ी किसानों की मेहनत

locationनरसिंहपुरPublished: Apr 24, 2019 06:36:53 pm

गेहूं का उठाव नहीं होने से केन्द्र फुल, बढैयाखेड़ा में तुलाई के लिए नहीं बची जगह

Farmers' hard work scattered in mini stadium

Farmers’ hard work scattered in mini stadium

गोटेगांव। गेहूं खरीदी केन्द्र में परिवहन की व्यवस्था पंगु हो गई है। उठाव नहीं होने से केन्द्र की जगह सकरी पड़ती जा रही है। उमरिया खरीदी केन्द्र में जब बारदानों का परिवहन का कार्य हुआ तब वहां पर तुलाई का कार्य प्रारम्भ हो सका है। जब जगह खाली हुई तब नए किसानों ने अपने गेहूं के ढेर लगाने के लिए त्रिपाल बिछा कर केन्द्र की जगह पर कब्जा कर लिया।
बढैयाखेड़ा केन्द्र के प्रबंधक का कहना है कि यहां पर करीब दस हजार बारदान मौजूद हैं जिसके कारण केन्द्र में तुलाई करने के लिए जगह तक नहीं बची है। अभी तक परिवहन के माध्यम से बारदाना रवाना नहीं हुए हैं। जब तक यहां पर मौजूद बारदानों का उठाव नहीं होगा तब तक केन्द्र में तुलाई का कार्य संभव नहीं है।
बगासपुर मिनी स्टेडियम में गेहूं की तुलाई का कार्य हो रहा है। यहां पर अभी तक २२२८१ क्विंटल गेहूं २५९ किसानों से खरीदा जा चुका है जिसमें सिर्फ ७५८० क्विंटल का ही परिवहन हुआ है। यहां का आधा मिनी स्टेडियम बारदानों से भरा हुआ है। यहां पर करीब ३० हजार बोरियां गेहूं की मौजूद हैं इनको उठाने के लिए आने वाले ट्रक एक दो ही आते हैं जिसके कारण हर दिन होने वाली तुलाई के कारण बारदानों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। मिनी स्टेडियम में पर्याप्त जगह होने से यहां पर किसानों को ढेर लगाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो रही है। सिर्फ बारदानों का उठाव नहीं होने से किसानों के गेहूं जब तक जमा नहीं होगा तब तक उनके खाते में राशि नहीं आ रही है। उमरिया केन्द्र के सफी खान का कहना है कि यहां पर १४ हजार क्विंटल की खरीदी के बाद १२ हजार क्विंटल गेहूं का परिवहन हो चुका है। यहां के अधिकांश किसानों के खातों में राशि भी आ गई है।
श्रीनगर के वेयर हाउस में गेहूं की खरीदी अवश्य की जा रही है। यहां पर पर्याप्त जगह नहीं होने की शिकायत पहुंचने के बाद भी खरीदी स्थल का बदलाव नहीं किया गया जिसके कारण केन्द्र के बाहर किसानों की ट्रॉलियों की कतारें लगी हुई हैं। अंदर तुलाई के बाद वारदानों को वेयर हाउस के अंदर नहीं रखा जा रहा है और वह बाहर ही रखे रहते हैं जिससे वेयर हाउस का प्रांगण उक्त बारदानों के कारण और सकरा हो गया है। यहां पर दो कांटों के माध्यम से तुलाई का कार्य हो रहा है क्योंकि जगह नहीं होने से कांटों की संख्या में इजाफा नहीं किया जा सकता है। वेयर हाउस के गेट पर अधिक समय तक गेहूं से भरी ट्रॉली खड़ी करने के कारण किसान वहां पर अपनी ट्रॉली को छोड़ कर ट्रैक्टर अन्य कार्य के लिए खेत पर ले गया जब गेट खुलेगा तब किसी अन्य ट्रैक्टर के सहारा उक्त ट्रॉली का अंदर ले जाने का कार्य किया जाएगा।
खरीदी केन्द्र वालों का कहना है कि मौसम को दृष्टि में रखते हुए गेहूं का परिवहन तीव्र गति से होना चाहिए। वर्तमान समय में गोटेगांव के ग्रामीण अंचल का गेहूं जिला मुख्यालय के वेयर हाउस में जाकर जमा हो रहा है। प्रशासन का कहना है कि जब तक पूरे वेयर हाउस फुल नहीं हो जाते हैं तब तक अनाज का भंडारण खुले स्थल पर नहीं किया जाएगा। जिन वेयर हाउस में धान का भंडारण है उसको मिलर के पास पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है ताकि उससे चांवल बनने का कार्य प्रारम्भ हो जाए जो धान के कारण वेयर हाउस में जगह बचेगी उसमें गेहूं का भंडारण कर दिया जाएगा।

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