scriptधूमधाम और भक्ति भाव से किया गणपति का विसर्जन | Ganapati's immersion done with pomp and devotion | Patrika News

धूमधाम और भक्ति भाव से किया गणपति का विसर्जन

locationनरसिंहपुरPublished: Sep 23, 2018 09:30:58 pm

Submitted by:

ajay khare

नरसिंहपुर। 10 दिवसीय गणेशोत्सव की धूमधाम के साथ शनिवार से कई स्थानों पर विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया। रविवार को गणेश विसर्जन भी धूमधाम से शुरू हो गया। श्रद्घालु व विभिन्न समितियां गाजे-बाजे और धूम-धड़ाके के साथ प्रतिमाएं विसर्जन के लिए ले जाई गई।

Closing of 10-day Ganeshotsav

Closing of 10-day Ganeshotsav

नरसिंहपुर। 10 दिवसीय गणेशोत्सव की धूमधाम के साथ शनिवार से कई स्थानों पर विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया। अनंत चतुर्दशी की तिथि रविवार की शाम तक रही। जिस वजह से कई स्थानों पर शनिवार को हवन-पूजन अनुष्ठान हुए। रविवार को गणेश विसर्जन भी धूमधाम से शुरू हो गया। श्रद्घालु व विभिन्न समितियां गाजे-बाजे और धूम-धड़ाके के साथ प्रतिमाएं विसर्जन के लिए ले जाई गई।
उल्लेखनीय है कि एनजीटी के निर्देशों के अनुसार गणेश प्रतिमा के विसर्जन के लिए मुशरान वन, शेर नदी के पास और नर्मदा के विभिन्न घाट में विशेष कुंड बनाए गए है। नपा नरसिंहपुर व अन्य माध्यमों से बनाए गए कुंडों में गणपति की प्रतिमा के विसर्जन का क्रम शुरू हो गया है। पर्यावरण और जल प्रदूषण से बचाने के लिए निर्धारित कुंडों पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए समितियों से भी कहा गया है।
अनंत चतुर्दशी के पर्व पर गणपति को बिदाई देने से पहले शहर में जगह-जगह लोगों ने हवन-पूजन कर गणपति की आराधना की। रविवार को सुबह से प्रमुख मार्गों पर गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ के जयकारे गूंजने लगे थे। शहर में जगह-जगह विसर्जन जुलूस निकलना प्रारंभ हो गए। इस दौरान घरों में विराजित किए गए गणपति की प्रतिमाओं को मोटर साइकिल व स्कूटी जैसे साधनों से लेकर श्रद्धालु विसर्जन के लिए निर्धारित स्थलों पर पहुंचे।
खुले मौसम ने विसर्जन झांकियों को लेकर लोगों के उत्साह को दोगुना कर दिया। बीते दो दिनों से हो रही बारिश के चलते झांकी को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन रविवार की सुबह से ही आसमान के खुले जाने के बाद लोगो की भीड़ शहर में उमड़ती रही। विसर्जन झांकियों के चलते शहर के प्रमुख चौराहों के साथ ही गलियों में भी लोगों की भीड़ रही। वही पूरे शहर में मेले का माहौल बना रहा।
विसर्जन के पूर्व जिला मुख्यालय पर शोभायात्रा के माध्यम से गणपति की प्रतिमा को नगर भ्रमण कराया गया। इस दौरान गणपति पंडाल में 10 दिन तक सेवा करने वाले युवाओं व युवतियों सहित महिलाएं व बच्चे उत्साह के साथ नृत्य करने धूम मचाते हुए शामिल हुए। जिला मुख्यालय के समीपस्थ शेर नदी व नर्मदा के चिनकी घाट पर बड़ी संख्या में विसर्जन का क्रम देखने मिला। शेर नदी में शहर के साथ ही आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से भी श्रद्धालु खासकर बच्चे उत्साह के साथ विसर्जन करने के पहुंचे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो