अस्पताल में रोज महिला मरीजों की लम्बी कतार लग रही है। यहाँ महिला मरीजों को देखने के लिए एक भी स्थाई स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उपलब्ध नहीं है। ज्ञात हो की 8 मार्च को करेली में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ वंदना धाकड़ का स्थानांतरण पन्ना जिले में हो गया है। इनके जाने के बाद एक मात्र स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ राशि राय बची हैं जिनकी भी करीब 20 दिन पूर्व सप्ताह में तीन दिन के लिए जिला अस्पताल में ड्यूटी लगा दी गई है। जिसके कारण महिला मरीजों को स्त्री रोग विशेषज्ञ की सुविधा नहीं मिल पा रही जिससे महिलाओं को बहुत परेशानी हो रही है।
गौरतलब हो की करेली अस्पताल में हर माह औसत करीब 180 डिलवरी होती हैं। जिनमें अनेक डिलेवरी ऑपरेशन से होती हैं बावजूद इसके यहां बेहोश करने वाले डॉक्टर तैनाती नहीं कि गई है। जिससे अनेक बार परिस्थिति बिगडऩे पर ऑपरेशन करने के लिए नरसिंहपुर से बेहोश करने वाले डॉक्टर को बुलाना पड़ता है या आनन फानन में मरीज को ही नरसिंहपुर रिफर करना पड़ता है। वहीं जब हर माह औसत करीब 180 डिलेवरी होती हैं तो पैदा होते ही नवजात बच्चों की शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की आवश्यकता पड़ती है। फिर भी यहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति नहीं कि गई है। डिलवरी के समय थोड़ी सी भी कॉम्प्लिकेशन आने पर नवजात बच्चों को डॉक्टर के अभाव में नरसिंहपुर रिफर करना पड़ता है। जिससे इनकी जान पर बन आती है।
करेली अस्पताल में कई वर्षों से शिशु रोग विशेषज्ञ व एनिस्थेटिक की अत्यंत आवश्यकता महसूस की जा रही है। एमडी मेडिसन डॉक्टर को तो अब तक यहां कभी नियुक्त ही नही किया गया है। फिर भी शासन प्रशासन सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि इस गंभीर समस्या के प्रति उदासीन रवैया अपनाये हुए हैं। इसके साथ ही हड्डी रोग विशेषज्ञ व दंत चिकित्सक की कमी भी लम्बे समय से महसूस की जा रही है। यहां सरकारी अस्पताल में यह सुविधाएं मुहैया ना होने के कारण करेली सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के अनेकों मरीजों को हड्डी व दांत संबंधी परेशानियों को लेकर निजी अस्पताल या नरसिंहपुर जाना पड़ता है। जिसमें मरीजों का समय और पैसा दोनों अधिक मात्रा में खर्च होता है। करेली में रोजाना लगभग 50 मरीज हड्डी का दांत की समस्या को लेकर अस्पताल पहुंचते हैं। किंतु शासकीय स्तर पर यह सुविधाएं उपलब्ध ना होने के कारण लोगों को मजबूरन निजी चिकित्सकों या नरसिंहपुर जाना पड़ता है। करेली अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ ना होने के कारण दुर्घटना आदि के मरीजों को तुरंत नरसिंहपुर रिफर करना पड़ता है। हड्डी रोग विशेषज्ञ की सुविधा तो नगर के निजी अस्पतालों में भी उपलब्ध नहीं है इस कारण मरीजों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगर के नागरिकों की शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से मांग है कि मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करेली में स्थाई स्त्री रोग विशेषज्ञ सहित एनिस्थेटिक शिशु रोग एमडी मेडिसन हड्डी रोग विशेषज्ञ व दंत चिकित्सक नियुक्ति की जाए।
इनका कहना है
करेली स्वास्थ्य केंद्र में 5 विशेषज्ञ डॉक्टर के पद स्वीकृत हैं जिसमें से 3 पद लम्बे समय से रिक्त हैं। वहीं हाल ही में 2 विशेषज्ञ डॉक्टर के स्थानांतरित हो जाने के कारण करेली में केवल एक स्पेशलिस्ट स्त्री रोग विशेषज्ञ बची हैं जिनकी भी सप्ताह में 3 दिन नरसिंहपुर ड्यूटी लगाई गई है जिससे करेली अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ के न रहने से महिला मरीजों को परेशानी हो रही है। हमारे द्वारा इसके सम्बंध में सीएमएचओ को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है। यहां एनिस्थेटिक पीडियाट्रीशियन एवं एमडी मेडिसन भी होना चाहिएए जिनकी नियुक्ति के लिए समय समय पर पत्राचार के माध्यम से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाता है।
डॉ विनय ठाकुर, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर करेली
ये सही है की विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी बनी हुई है इसके लिए हम लगातार शासन को लिख रहे हैं। हमारे द्वारा स्वास्थ्य सचिव को अवगत कराया गया है। करेली अस्पताल में शीघ्र चिकित्सकों की नियुक्ति की जाएगी।
डॉ अनीता अग्रवाल, सीएमएचओ नरसिंहपुर