यहां भी नहीं मिल रहा इलाज
इसी तरह लाठगांव में ग्राम पंचायत भवन के पास निर्मित उपस्वास्थ्य केन्द्र की भी हालत ऐसी ही है। यह भी बंद पड़ा रहता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि माह मे एक दो बार ही स्वास्थ्य केंद्र का ताला खुलता है। इस उपस्वास्थ्य केन्द्र में कोई भी स्वास्थ्य कर्मचारी नहीं आता है। ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए जिन भवनों का निर्माण ग्रामीण अंचल में किया गया है उसका लाभ गांव के लोगों को प्राप्त नहीं हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अस्पताल बनाने का क्या फायदा, जब इलाज ही नहीं मिले। कई बार स्वास्थ्य केंद्रों के समुचित संचालन की मांग की गई, लेकिन कोई सुधार नहीं हो सका है।
कर्मचारियों की हड़ताल के कारण समस्या
इस संबंध में बीएमओ एसएस ठाकुर का कहना है कि अभी स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर चल रहे हैं। इसके कारण ग्रामीण अंचल के सभी उपस्वास्थ्य केन्द्र बंद पड़े हैं। जो कर्मचारी मुख्यालय पर नहीं रहता है इसकी लिस्ट वरिष्ठ अधिकारियों के पास उचित कार्रवाई के लिए पहुंचा दी गई है। कर्मचारियों के हड़ताल से आने के बाद वह उपस्वास्थ्य केन्द्र को नहीं खोलते हैं तो मौके पर जाकर जांच की जाएगी।