स्वास्थ्य विभाग ने की निपाह वायरस से सतर्क रहने की अपील
नरसिंहपुरPublished: Jun 29, 2019 04:28:20 pm
यह बीमारी भारत में 2001 से 2007 के दौरान देखने में आई । पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश में इसके कुछ प्रकरण सामने आए
यह बीमारी भारत में 2001 से 2007 के दौरान देखने में आई । पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश में इसके कुछ प्रकरण सामने आए
नरसिंहपुर. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने निपाह वायरस से सतर्क रहने की अपील की है । उन्होंने बताया है कि यह वायरस एक संक्रामक और उभरते हुई जूनोटिक बीमारी है । यह बीमारी भारत में 2001 से 2007 के दौरान देखने में आई । पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश में इसके कुछ प्रकरण सामने आए। पिछले साल केरल राज्य में कुछ प्रकरणों में लोगों की मृत्यु हो गई थी । उन्होंने बताया है कि यह बीमारी बड़ी चमगादड़ में पाई जाती है । इस बीमारी से चमगादड़ की मृत्यु नहीं होती लेकिन चमगादड़ द्वारा कुतरे हुए एवं खाए हुए फलों के टुकड़ों को सूअरों द्वारा खाए जाने पर सूअरों को बीमारी हो जाती है । उन्होंने कहा कि जिस पेड़ पर बड़ी संख्या में चमगादड़ रहते हों उस स्थान पर न जाएं एवं उसका फल भी न खाएं । जिससे इलाके में ताड़ी का पेड़ एवं रस निकाले जाते हों उन स्थानों पर विशेष ध्यान रखा जाए। इसके पीडि़त होने से तेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, खांसी, सांस लेने में तकलीफ , बेचैनी, सुस्ती और उल्टी दस्त की शिकायत होती है। इस बीमारी की जांच की सुविधा नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी पुणे में है । बीमारी होने के 4 दिन के भीतर जांच के लिए नमूने भेजे जाते हैं । यदि कोई संदिग्ध मरीज उपचार के लिए आता है तो इसकी जानकारी 48 घंटे के अंदर आईडीएसपी के जिला सर्विलेंस यूनिट में डॉ.गुलाब खातरकर को दी जाए।
३० जून तक पूरा करें आंवटित ऋण वितरण लक्ष्य
नरसिंहपुर. जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित के महाप्रबध्ंाक आरसी पटले ने शाखा प्रबंधक एवं पर्यवेक्षकों से कहा है कि वे 30 जून तक का शाखाओं को आंवटित ऋण वितरण के लक्ष्य की पूर्ति करें। साथ-साथ शाखाओं से संबंद्ध समितियों को आगामी फसल की बुवाई को दृष्टिगत रखते हुये खाद-बीज का पर्याप्त स्टाक विशेषकर सोसाबीन,धान,अरहर का बीज समिति स्तर पर उपलब्ध कराना सुनश्चित करें। जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। पटले ने कहा है कि सरकार की कृषिगत योजनाओं का पूरा लाभ किसानों को मिले इसके लिए शाखा ओर फील्ड स्टाफ समर्पण भाव से काम करे। उन्होंने बताया है कि अब शासन द्वारा ऋण अदायगी तिथि 30 जून तक बढ़ा दी गई है। इससे किसानों को लाभ मिले।