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वर्षों बाद भोलेनाथ का अभिषेक करने मंदिर की दहलीज तक पहुंची ये नदी

locationनरसिंहपुरPublished: Sep 05, 2019 07:25:42 pm

Submitted by:

sudhir shrivas

बाढ़ से हालात गलियां हुईं जलमग्नलगातार हो रही बारिश से बढ़ा जलस्तर

river

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गाडरवारा। मानसून इस बार पूरे जिले पर जमकर मेहरबान है। शुरुआत में औसत बारिश की तमाम आशंकाओं को गलत साबित करते हुए इस बार मानसून ने लोगों को वर्षों पहले की यादें ताजा कर दीं। पूरे अगस्त माह और अब सितंबर के शुरुआती सप्ताह में भी लगातार हो रही बारिश ने क्षेत्र के अनेक स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। पूरे साल सूखी रहने वाली नदियां अपना तट पार कर बस्तियों की ओर पहुंच रही हैं।

शबाब पर आया शक्कर नदी का बहाव

इन दिनों जंगल एवं पहाड़ी क्षेत्रों में जमकर हो रही बारिश के चलते शक्कर नदी का बहाव तेज हो गया है, जिससे वह पूर्ण शबाब पर देखी जा रही है। सुबह से ही नगर में इस बात की खबर फैलते ही लोग नदी के घाटों पर पहुंचने लगे। सीता रेवा संगम से लेकर रामघाट, कर्बला घाट, पनचक्की घाट, छिड़ाव घाट, तक नदी में चारों ओर पानी का बहाव नजर आ रहा था गुरुवार को प्रात: काल से ही घाटों पर लोगों का जमावड़ा लगने लगा नगर में प्रमुखता रखने वाला गौरतलब है इसके छिड़ाव घाट के समीप करीब 100 मीटर की दूरी पर शंकर मंदिर स्थित है जो नगर के प्रमुख देवस्थलों में माना जाता है। लोगों में इस बात की चर्चा रही की लगभग 10 वर्षों के बाद शक्कर नदी ने शंकर मंदिर की दहलीज को छुआ है। इसके पूर्व के वर्षों में 1999 तथा 2009 के वर्षा काल में शक्कर नदी ने अपना उग्र रूप दिखाया था। जिसमें पानी के उग्र रूप देखकर लोग अपने घरों में दुबक ने मजबूर हो गए थे। ऐसा माना जाता है कि पहाड़ी एवं जंगली क्षेत्र के ऊपरी क्षेत्र में अधिक बारिश होने पर नदी के निचले भागों में बारिश के पानी का बाहर एवं जलस्तर बढ़ जाता है जिससे नदी अपना विहंगम रूप ले लेती है। जिसके चलते इन दिनों शक्कर नदी का तेज बहाव जलस्तर बढ़ा हुआ है।

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