अंचल में जमकर उड़े रंग गुलाल, रंगपंचमी पर हुए होली मिलन समारोह
नरसिंहपुरPublished: Mar 25, 2019 06:36:47 pm
रंगोत्सव होली के पांचवें दिन सोमवार को रंगपंचमी मनाई गई, इसके साथ ही होली के पर्व का समापन हो गया। इस दौरान नगर सहित पूरे अंचल के गांव गांव में सुबह से ही शांतिपूर्वक होली खेली गई। इतना ही नहीं रंगपंचमी पर होली से अधिक उत्साह भी देखने को मिला।
गाडरवारा। रंगोत्सव होली के पांचवें दिन सोमवार को रंगपंचमी मनाई गई, इसके साथ ही होली के पर्व का समापन हो गया। इस दौरान नगर सहित पूरे अंचल के गांव गांव में सुबह से ही शांतिपूर्वक होली खेली गई। इतना ही नहीं रंगपंचमी पर होली से अधिक उत्साह भी देखने को मिला। नगर में सुबह से ही रंगों की फुहार पड़ती रही। चौक चौराहों पर युवाओं ने एक दूसरे को रंगों में सराबोर किया। इसके अलावा अपने मित्रों के घर जाकर भी लोगों ने जमकर होली मनाई। नगर में बाइक पर सवार युवा रंगों से पुते नजर आए। दोपहर के बाद भी रंगपंचमी के माहौल में खास कमी नहीं आई तथा शाम तक होली की मस्ती छाई रही। जिसके चलते अधिकतर दुकानें बंद रहीं। बाजार की लगभग सभी दुकानें बंद रहीं, वहीं प्रमुख स्थानों पर पुलिस की तैनाती रही। इस दौरान प्रतिवर्ष अनुसार अशोक काबरा द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन रखा गया। जिसमें नगर के अनेक गणमान्य नागरिकों ने शामिल होकर एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। ऐसे ही पुरानी गल्ला मंडी अन्य स्थानों पर भी होली मिलन आयोजित हुए जो दोपहर तक जारी रहे। समीपी सांईखेड़ा, सालीचौका, चीचली आदि सभी कस्बों गांवों में हर्षाेल्लास से रंगपंचमी मनाई गई।
नगर के सभी कॉलोनी मुहल्लों में अपरान्ह महिलाओं की टोली होली खेलने निकली। जिसमें दोपहर बाद तक होली खेली जाती रही। महिलाओं ने पास पड़ोस के घरों में जाकर दूसरी महिलाओं को चुन चुनकर रंगों से सराबोर किया, रंगों के साथ गुलाल भी जमकर बरसा। इस दौरान कॉलोनियों के अधिकांश पुरुषों ने होली से दूरी बनाए रखी। उनका केवल गुलाल लगाने पर ही जोर रहा। रंग पंचमी पर सबसे अधिक उत्साह बच्चों किशोरों में देखने को मिला। बच्चों की धमाचौकड़ी दोपहर बाद तक चलती रही। इस अवसर पर अनेक स्थानों पर बच्चों एवं बड़ों ने हानिकारक रंगों की बजाय पीली मिटटी, लाल मिटटी गेरू से भी होली खेली। खबर लिखे जाने तक क्षेत्र में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं मिली है। क्षेत्र में शातिपूर्वक रंगपंचमी मनाने के साथ पांच दिवसीय रंग उत्सव का समापन हुआ।