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गोटेगांव में बरगी नहर फूटने से सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में तबाही का मंजर, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

locationनरसिंहपुरPublished: May 28, 2019 09:14:12 pm

Submitted by:

ajay khare

रानी अवंंती बाई सागर परियोजना (बरगी डैम) की बाईं तट मुख्य नहर मंगलवार को किलोमीटर ६९ एवं ७० के बीच अचानक फूट गई जिससे सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें तबाह हो गईं

रानी अवंंती बाई सागर परियोजना (बरगी डैम) की बाईं तट मुख्य नहर मंगलवार को किलोमीटर ६९ एवं ७० के बीच अचानक फूट गई जिससे सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें तबाह हो गईं

रानी अवंंती बाई सागर परियोजना (बरगी डैम) की बाईं तट मुख्य नहर मंगलवार को किलोमीटर ६९ एवं ७० के बीच अचानक फूट गई जिससे सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें तबाह हो गईं

नरसिंहपुर. रानी अवंंती बाई सागर परियोजना (बरगी डैम) की बाईं तट मुख्य नहर मंगलवार को किलोमीटर ६९ एवं ७० के बीच अचानक फूट गई जिससे सैकड़ों हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें तबाह हो गईं। नहर फूटने की स्थिति बनने से कुछ समय पहले एक चरवाहे ने नहर के गेटकीपर को आगाह करते हुए
पानी बंद कराने को कहा था पर उसने उसकी बात अनसुनी कर दी जिससे यह हालात बने। जानकारी मिलने पर कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। हालात नियंत्रण में हैं पर किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। जिन किसानों के खेतों में मूंग, सब्जी की फसल लगी थी वह पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। जैसे ही मुख्य नहर फूटने की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को मिली वह मौके पर पहुंचे और खेत में मकान बना कर रहने वाले, नाले किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट किया। वहीं मुख्य नहर को सनेर पुल के पास से बंद कराया जिससे पांच फुट पानी कम हो गया फिर भी मुख्य नहर से पानी आने का सिलसिला जारी रहा।
कर्मचारी ने कहा फूट जाने दो नहर
जानकारी के अनुसार जब नहर फूटने के हालात बन रहे थे तो लाठगांव निवासी एक चरवाहे ने मुख्य नहर के गेट पर तैनात चौकीदार को फोन लगा कर जानकारी दी थी कि मुख्य नहर फूट रही है अभी ऊपर से नाली जैसा पानी निकल रहा है वह तत्काल नहर का पानी बंद करवाए वरना पूरी नहर फूट जाएगी पर चौकीदार ने उसे झिडक़ते हुए कहा कि फूट जाने दो नहर पानी बंद नहीं करेंगे। प्रत्यक्षदर्शी यूनिस खान ने बताया कि जिस वक्त नहर के ऊपरी हिस्से से पानी निकल रहा था उस समय वह इस पार से उस पार गए थे मगर देखते ही देखते नहर की पार धराशाई हो गई और तेज प्रवाह के साथ मुख्य नहर का पूरा पानी किसानों के खेतों मे पहुंचने लगा।
नदी के बहाव जैसे हालात
इन दिनों मुख्य नहर से नरङ्क्षसहपुर, करेली, गाडरवारा तक पानी पहुंचाया जा रहा था इसके कारण नहर में पानी अपने पूरे प्रवाह के बह रहा था। । नहर फूटते ही वहां ऐसे हालात निर्मित हो गए जैसे कोई नदी बह रही हो जहां से नहर फूटी वहां बहुत गहरा गडढा भी निर्मित हो गया है। गांव के लोगों का कहना है कि भले ही सनेर पुल के पास से नहर के गेट बंद कर दिए गए हैं और उसका पानी सनेर नदी में गिरा दिया गया है इसके बाद भी नहर में पानी आना बंद नहीं होगा यह पानी ब़ुधवार शाम तक नहर में आता रहेगा क्योकि गेट पूरी तरह से बंद नहीं होते हंै। जब डैम से पानी बंद किया जाएगा तब नहर पूरी तरह से बंद हो पाएगी।
ठंड में हुई थी नहर की मरम्मत
जिस हिस्से में नहर फूटी है उससे दस फीट आगे नहर को ठंड के मौसम में ही दुरुस्त किया गया था। जिस हिस्से में नहर को दरुस्त किया गया था वहां से नहर तो नहीं टूटी उसके आगे से फूट गई। गौरतलब है कि पत्रिका ने कई बार मुख्य नहर की पार कमजोर होने को लेकर खबरें प्रकाशित की थी ंमगर अधिकारियों द्वारा मुख्य नहर से लेकर उससे जुड़ी हुई माईनरों पर ध्यान नह़ीं देने के कारण ऐसे हालात बने। मुख्य नहर में जो सीसी क्रांकीट का कार्य पूर्व में किया गया था वह कई जगह पर खराब हो चुका है । कुछ हिस्से में पहाडी इलाका होने से नहर नहीं टूट पाती मगर जहां पर सिर्फ मिट्टी की पार है वहां पर सीसी क्रांकीट खराब होने से नहर की पार फूट जाती है।
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कलेक्टर एसपी पहुंचे
ेनहर के फूटने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी गुरूकरन ङ्क्षसह मौके पर पहुंचे और उन्होंने जायजा लिया कि यह नहर का पानी कहां तक पहुंचेगा वह नहर के उस हिस्से में भी पहुंचे जहां पर नहर फूटी है। किसानों ने फसल बर्बादी की जानकारी कलेक्टर को दी है। पानी से फसलों को हुए नुकसान का भी जायजा अधिकारियों ने लिया है।
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इनका कहना है
रात ८ बजे तक कलेक्टर दीपक सक्सेना मौके पर ही थे उन्होंने बताया कि नहर से जल प्रवाह नियंत्रित होने में काफी समय लगेगा, रात २ बजे तक जल प्रवाह सामान्य होने का अनुमान है। नहर फूटने से फसलों को नुकसान हुआ है, नहर प्रभावित क्षेत्र में लोगों को अलर्ट किया गया है। प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे है।
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