जानकारी के अनुसार जब नहर फूटने के हालात बन रहे थे तो लाठगांव निवासी एक चरवाहे ने मुख्य नहर के गेट पर तैनात चौकीदार को फोन लगा कर जानकारी दी थी कि मुख्य नहर फूट रही है अभी ऊपर से नाली जैसा पानी निकल रहा है वह तत्काल नहर का पानी बंद करवाए वरना पूरी नहर फूट जाएगी पर चौकीदार ने उसे झिडक़ते हुए कहा कि फूट जाने दो नहर पानी बंद नहीं करेंगे। प्रत्यक्षदर्शी यूनिस खान ने बताया कि जिस वक्त नहर के ऊपरी हिस्से से पानी निकल रहा था उस समय वह इस पार से उस पार गए थे मगर देखते ही देखते नहर की पार धराशाई हो गई और तेज प्रवाह के साथ मुख्य नहर का पूरा पानी किसानों के खेतों मे पहुंचने लगा।
इन दिनों मुख्य नहर से नरङ्क्षसहपुर, करेली, गाडरवारा तक पानी पहुंचाया जा रहा था इसके कारण नहर में पानी अपने पूरे प्रवाह के बह रहा था। । नहर फूटते ही वहां ऐसे हालात निर्मित हो गए जैसे कोई नदी बह रही हो जहां से नहर फूटी वहां बहुत गहरा गडढा भी निर्मित हो गया है। गांव के लोगों का कहना है कि भले ही सनेर पुल के पास से नहर के गेट बंद कर दिए गए हैं और उसका पानी सनेर नदी में गिरा दिया गया है इसके बाद भी नहर में पानी आना बंद नहीं होगा यह पानी ब़ुधवार शाम तक नहर में आता रहेगा क्योकि गेट पूरी तरह से बंद नहीं होते हंै। जब डैम से पानी बंद किया जाएगा तब नहर पूरी तरह से बंद हो पाएगी।
ठंड में हुई थी नहर की मरम्मत
जिस हिस्से में नहर फूटी है उससे दस फीट आगे नहर को ठंड के मौसम में ही दुरुस्त किया गया था। जिस हिस्से में नहर को दरुस्त किया गया था वहां से नहर तो नहीं टूटी उसके आगे से फूट गई। गौरतलब है कि पत्रिका ने कई बार मुख्य नहर की पार कमजोर होने को लेकर खबरें प्रकाशित की थी ंमगर अधिकारियों द्वारा मुख्य नहर से लेकर उससे जुड़ी हुई माईनरों पर ध्यान नह़ीं देने के कारण ऐसे हालात बने। मुख्य नहर में जो सीसी क्रांकीट का कार्य पूर्व में किया गया था वह कई जगह पर खराब हो चुका है । कुछ हिस्से में पहाडी इलाका होने से नहर नहीं टूट पाती मगर जहां पर सिर्फ मिट्टी की पार है वहां पर सीसी क्रांकीट खराब होने से नहर की पार फूट जाती है।
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ेनहर के फूटने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी गुरूकरन ङ्क्षसह मौके पर पहुंचे और उन्होंने जायजा लिया कि यह नहर का पानी कहां तक पहुंचेगा वह नहर के उस हिस्से में भी पहुंचे जहां पर नहर फूटी है। किसानों ने फसल बर्बादी की जानकारी कलेक्टर को दी है। पानी से फसलों को हुए नुकसान का भी जायजा अधिकारियों ने लिया है।
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इनका कहना है
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